क्या है मामला

कालका डेंटल कॉलेज के पास सेशन 2013-14 की मान्यता नहीं है। कॉलेज का कहना है कि मान्यता के लिए अप्लाई किया गया है, लेकिन यूनिवर्सिटी का कहना है कि कॉलेज ने गलत तथ्य पेश किए थे, जिन पर फिर से जांच हो रही है। इसके साथ ही मान्यता के संबध में कॉलेज ने कोर्ट केस भी किया है। जिस कारण पूरा विवाद पैदा हुआ।

लिए एडवांस पैसे

इस बीच कॉलेज ने बीडीएस फस्र्ट इयर बैच के करीब सौ स्टूडेंट्स का एडमिशन कर लिया। स्टूडेंट्स का कहना है कि उन्होंने दो साल की एडवांस फीस भी भर दी है, लेकिन छह-छह लाख रुपए लेने के बाद भी कॉलेज उनके एग्जाम नहीं करा पा रहा है।

डीएम ऑफिस पहुंचे

स्टूडेंट्स को लीड कर रहे निकुंज ने बताया कि कॉलेज और यूनिवर्सिटी की गलती के चलते स्टूडेंट्स सफर कर रहे हैं। इस बारे में डीएम ऑफिस पर प्रोटेस्ट किया गया। वहां पर एडीएम ने हमसे मुलाकात की। उन्होंने आश्वासन दिया है कि वो कॉलेज को सील कराएंगे और सारे स्टॉफ को एरेस्ट किया जाएगा।

जाएंगे मिनिस्ट्री

उन्होंने आश्वासन दिया कि जो स्टूडेंट दूसरे कॉलेज में ट्रांसफर चाहते हैं या जो अपना पैसा रिफंड चाहते हैं उनको दिलाया जाएगा। इसके साथ ही कॉलेज को सील किया जाएगा और यूनिवर्सिटी को भी इस बारे में लेटर इश्यू किया जाएगा। निकुंज का कहना है कि अगर कॉलेज के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जाएगा तो वो डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया और एजुकेशन मिनिस्ट्री में जाएंगे। निकुंज का आरोप है कि सीसीएस यूनिवर्सिटी ने भी अपनी वेबसाइट पर कालका डेंटल कॉलेज को एफिलिएटेड दिखाया है।

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