RANCHI : बिशुनपुर के विधायक चमरा लिंडा के आदेशपाल (पियुन) विजय प्रकाश का कंकाल घाघरा से बरामद किया गया। घाघरा पुलिस ने कंकाल को कब्जे में कर फोरेंसिक लैब भेज दिया है। परिजनों ने उसके कपड़े और तौलिया से उसकी पहचान की। मिली जानकारी के मुताबिक, लातेहार की एक युवती के साथ वह लिव-इन-रिलेशन में रहता था। उसी के साथ तीसरी शादी रचाने के लिए वह गांव गया हुआ। 30 अप्रैल को शादी होनी थी, लेकिन 28 अप्रैल को ही उसका अपहरण कर लिया गया था। इसके बाद से ही उसका कोई सुराग नहीं मिल रहा था। मंगलवार को अपहरण के 19वें दिन उसकी डेड बॉडी बरामद हुई।

हथियारों से लैस थे अपराधी

विजय के परिजनों के मुताबिक, 28 अप्रैल को विजय के मड़वे की रस्म चल रही थी। इस बीच आधा दर्जन से अधिक हथियारबंद अपराधी आए और उसकी पिटाई शुरू कर दी। ऐसे में घरवाले भी अपराधियों से उलझ गए। अपराधियों ने विजय की मां नांदो देवी और सुशील भगत को भी राइफल के बट से मारकर घायल कर दिया। इसके बाद वे विजय को जबरन पकड़कर अपने साथ ले गए। जाते-जाते अपराधियों ने दहशत फैलाने के लिए फायरिंग भी की। गांव वालों ने तुरंत इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को दी, लेकिन उसके बाद से ही विजय का कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था।

पहले गोली मारी, फिर बॉडी जला दी

पुलिस के मुताबिक, विजय को पहले गोली मारी गई। इसके बाद उसके बॉडी को आग के हवाले कर दिया। फिलहाल मामले की छानबीन चल रही है। किन अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया, उसकी तलाश की जा रही है। पुलिस को आशंका है कि जमीन-जायदाद में वारिस खड़ा करने के विवाद में विजय की हत्या कर दी गई।

दो महिलाओं के साथ था लिव-इन-रिलेशन

विजय दो महिलाओं के साथ लिव-इन-रिलेशन मे था, लेकिन इनमें से किसी के साथ शादी नहीं रचाई थी। एक युवती के साथ उसका लिव-इन-रिलेशन पिछले पांच सालों से था। उससे एक भी है। लेकिन, बेटे की चाह में उसने लातेहार की एक युवती के साथ भी संपर्क बना लिया था। दो सालों से वह उसके साथ लिव-इन-रिलेशन में रह रहा था। इससे भी उसे एक बेटा है। दोनों 30 अप्रैल को पारंपरिक तरीके से शादी करने वाले थे, लेकिन उसके पहले ही विजय की हत्या कर दी गई।