हॉस्टल में रहती थीं
जया अवस्थी कानपुर की रहने वाली हैं। 1992 में वह इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से अपनी स्टडी कर रही थी। इसी दौरान उनकी दोस्ती विनीता से हुई। विनीता भी हॉस्टल में रहती थी। कुछ ही दिनों में दोनों बेस्ट फ्रेंड बन गईं। स्टडी के साथ-साथ उनके नेचर और इमोशन भी मैच करने लगे। हर जगह वे साथ साथ जातीं और स्टडी करतीं। स्टडी में कोई किसी से कम नहीं थी. 

1992 में ही हो गई शादी 
जया अभी पीजी कर रही थी कि उसकी शादी तय हो गई।  उनकी शादी बैंक ऑफिसर राजीव अवस्थी के साथ कानपुर में हुई। शादी के दौरान विनीता भी कानुपर गई थीं। शादी समारोह में विनीता ने जमकर इंज्वाय किया था। शादी के बाद वह हॉस्टल लौट आईं अपना स्टडी जारी रखा। वहीं जया शादी के बाद ससुराल चली गई। इधर विनीता की मेहनत रंग लाई व उनका सेलेक्शन पीसीएस में हो गया. 

20 साल बाद फिर से
इसे महज संयोज कह सकते हैं। इस साल जया के हसबैंड राजीव का ट्रांसफर इलाहाबाद हो गया। राजीव भारतीय स्टेट बैंक में ऑफिसर बन कर आ गए। उधर विनीता की पोस्टिंग पहले से ही इलाहाबाद में थी। दोनों फ्रेंड जब मिले तो उनकी पुराने दिनों की यादें ताजी हो गईं। 20 साल बाद उन्हें एक बार फिर से साथ में रहने का मौका मिला था। खास बात ये कि दोनों की शादी हो चुकी थी और अब दोनों अपनी-अपनी फैमिली के साथ थे. 

नहीं तो घर कलरफुल हो जाएगा
विनीता ने होली के दिन जया को फोन किया। कहा कि होली खेलने आ जाओ। अगर नहीं आओगी तो हम लोग तुम्हारे घर पहुंच जाएंगे। फिर कुछ मत कहना। क्योंकि कलर से फिर तुम्हारा घर कलरफुल हो जाएगा। जया ने एक प्यारी स्माइल दी और कहा कि वह खुद ही आ रही है। जया जब विनिता के घर कर्नलगंज एरिया में पहुंची तो उनकी खुशी में चार चांद लग गए. 

वो यादगार पल
जया ने विनीता को बताया कि शादी के बाद पहली बार दोनों ने होली खेली थी। उसके बाद से दोनों ने कभी होली नहीं खेली। 20 साल बाद वे इस बार होली खेल रही हैं। यह सुनकर विनीता भी आश्चर्यचकित रह गई। फिर शुरू हुआ रंग खेलने का सिलसिला जो दिनभर चलता रहा। हर किसी के चेहरे पर मुस्कान थी। कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्होंने इस हसीन पल को अपने कैमरे में कैद किया। रंगों की बौछार के बाद डांस के साथ जमकर मस्ती भी हुई। फिर चला गुझिया और फुल्की खाने-खिलाने का दौर। दोनों फ्रेंड्स की फैमिली ने एक-दूसरे के साथ मिलकर इस खास पल को खूब इंज्वाय किया व साथ ही पुरानी यादें भी शेयर कीं.
हॉस्टल में रहती थीं

जया अवस्थी कानपुर की रहने वाली हैं। 1992 में वह इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से अपनी स्टडी कर रही थी। इसी दौरान उनकी दोस्ती विनीता से हुई। विनीता भी हॉस्टल में रहती थी। कुछ ही दिनों में दोनों बेस्ट फ्रेंड बन गईं। स्टडी के साथ-साथ उनके नेचर और इमोशन भी मैच करने लगे। हर जगह वे साथ साथ जातीं और स्टडी करतीं। स्टडी में कोई किसी से कम नहीं थी. 

1992 में ही हो गई शादी 

जया अभी पीजी कर रही थी कि उसकी शादी तय हो गई।  उनकी शादी बैंक ऑफिसर राजीव अवस्थी के साथ कानपुर में हुई। शादी के दौरान विनीता भी कानुपर गई थीं। शादी समारोह में विनीता ने जमकर इंज्वाय किया था। शादी के बाद वह हॉस्टल लौट आईं अपना स्टडी जारी रखा। वहीं जया शादी के बाद ससुराल चली गई। इधर विनीता की मेहनत रंग लाई व उनका सेलेक्शन पीसीएस में हो गया. 

20 साल बाद फिर से

इसे महज संयोज कह सकते हैं। इस साल जया के हसबैंड राजीव का ट्रांसफर इलाहाबाद हो गया। राजीव भारतीय स्टेट बैंक में ऑफिसर बन कर आ गए। उधर विनीता की पोस्टिंग पहले से ही इलाहाबाद में थी। दोनों फ्रेंड जब मिले तो उनकी पुराने दिनों की यादें ताजी हो गईं। 20 साल बाद उन्हें एक बार फिर से साथ में रहने का मौका मिला था। खास बात ये कि दोनों की शादी हो चुकी थी और अब दोनों अपनी-अपनी फैमिली के साथ थे. 

नहीं तो घर कलरफुल हो जाएगा

विनीता ने होली के दिन जया को फोन किया। कहा कि होली खेलने आ जाओ। अगर नहीं आओगी तो हम लोग तुम्हारे घर पहुंच जाएंगे। फिर कुछ मत कहना। क्योंकि कलर से फिर तुम्हारा घर कलरफुल हो जाएगा। जया ने एक प्यारी स्माइल दी और कहा कि वह खुद ही आ रही है। जया जब विनिता के घर कर्नलगंज एरिया में पहुंची तो उनकी खुशी में चार चांद लग गए. 

वो यादगार पल

जया ने विनीता को बताया कि शादी के बाद पहली बार दोनों ने होली खेली थी। उसके बाद से दोनों ने कभी होली नहीं खेली। 20 साल बाद वे इस बार होली खेल रही हैं। यह सुनकर विनीता भी आश्चर्यचकित रह गई। फिर शुरू हुआ रंग खेलने का सिलसिला जो दिनभर चलता रहा। हर किसी के चेहरे पर मुस्कान थी। कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्होंने इस हसीन पल को अपने कैमरे में कैद किया। रंगों की बौछार के बाद डांस के साथ जमकर मस्ती भी हुई। फिर चला गुझिया और फुल्की खाने-खिलाने का दौर। दोनों फ्रेंड्स की फैमिली ने एक-दूसरे के साथ मिलकर इस खास पल को खूब इंज्वाय किया व साथ ही पुरानी यादें भी शेयर कीं।