क्त्रन्रूद्दन्क्त्र॥ : चुटूपालू घाटी में गैस टैंकर में लगने की घटना के करीब 40 घंटे बाद बुधवार को अपराह्न करीब चार बजे फोरलेन पर आवागमन शुरू किया गया। मार्ग के शुरू होते ही रांची व रामगढ़ छोर से वाहनों का आना-जाना शुरू हो गया। सड़क पर वाहनों के अत्यधिक भार रहने के कारण देर शाम तक घाटी में जाम की स्थिति कायम रही।

रात-भर हुई मशक्कत

घाटी में दुर्घटनाग्रस्त बस, मारुति वैन, कार, मूंगफली लदे ट्रक, एक फोर्स वाहन व दो ट्रेलर को क्रेन के माध्यम से हटवाए। लेकिन सुबह तक एक दुर्घटनाग्रत एक बाक्साइट लदे एलपी ट्रक(एनएल01एबी-4011) तथा एक अन्य ट्रेलर में लदे स्टील रोल बीच सड़क पर ही रह गए थे। इसे एनएचएआई ने सुबह तक नहीं हटाया था। इससे सड़क पर आवागमन शुरू होने के बाद फिर से दुर्घटना होने की संभावना रहने के कारण रामगढ़ पुलिस चुटूपालू घाटी से आवागमन को चालू कराने में पीछे हट गई।

एक्सप‌र्ट्स टीम ने बुझाई आग

मंगलवार की देर शाम करीब 7.30 बजे घाटी में दुर्घटनाग्रस्त गैस टैंकर में लगी को विशेषज्ञ टीम की उपस्थिति में बुझा दिया गया था। इसके करीब तीन घंटे के बाद एनएचएआई ने दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को हटाने का काम शुरू किया गया।

सुबह आठ बजे से आवागमन की इजाजत

बुधवार को भी पुलिस ने सुबह से ही पटेल चौक कांकेबार के पास व चुटूपालू में बेरियर लगाकर सभी तरह के चारपहिए वाहनों को रोके रखा है। हालांकि सुबह साढ़े आठ बजे केवल दुपहिए वाहनों के आवागमन को चालू किया गया है। वरीय अधिकारियों ने सुबह से ही मार्ग को चालू करने का निर्देश पुलिस को दिया था। पूर्वाह्न को एसडीपीओ राधा प्रेम किशोर व रामगढ़ थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने एनएचएआई के अधिकारियों पर दबाव बनवाकर भारी वाहन उठाने वाले क्रेन को रांची से मंगवाकर पत्थर लदे एलपी ट्रक व सड़क के बीच में पड़े स्टील रोल को हटवाकर आवागमन को चालू कराया।