-बाजारखाला के हैदरगंज स्थित हुसैनी ट्रेवेल्स के संचालक ऐनुल हक के फर्जीवाड़े का मामला

-आई नेक्स्ट द्वारा प्रमुखता से खबर प्रकाशित करने के बाद पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, आरोपियों की तलाश शुरू

LUCKNOW: बाजारखाला के हैदरगंज स्थित हुसैनी ट्रेवेल्स के संचालक ऐनुल हक को अब जल्द ही कानून के शिकंजे में लाया जाएगा। आई नेक्स्ट द्वारा भुक्तभोगियों की पीड़ा को प्रमुखता से प्रकाशित करने के बाद आखिरकार पुलिस को उनकी एफआईआर दर्ज करनी पड़ी। एफआईआर दर्ज करने के बाद अब पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है।

यह था मामला

भागलपुर के मूल निवासी ऐनुल हक हुसैनी ने बाजारखाला के हैदरगंज तिराहे पर हुसैनी टूर्स एंड ट्रेवेल्स एजेंसी खोली थी। उसका दावा था कि वह कुवैत, दुबई और सउदी अरब में मोटी तनख्वाह पर नौकरी का वर्क परमिट दिलवा सकता है। राजधानी व अन्य जनपदों के सैकड़ों बेरोजगार उसके झांसे में आ गए। जिसके बाद ऐनुल ने वेटर, पैकर व अन्य पदों पर नौकरी के नाम पर बेरोजगारो से 40 हजार से 1.30 लाख रुपये तक ऐंठ लिये। इतना ही नहीं उसने टूर पैकेज के नाम पर भी दर्जनों लोगों से रकम वसूलकर उन्हें फर्जी टिकट व टूरिस्ट वीजा थमा दिये। जब भुक्तभोगियों को ठगे जाने का अहसास हुआ तो वह 15 जून को उसके दफ्तर पहुंचे। लेकिन, वह इससे पहले ही दफ्तर में ताला बंद कर फरार हो चुका था। भुक्तभोगियों की मानें तो ऐनुल के इस गोरखधंधे में ठाकुरगंज के कैंपवेल रोड निवासी दो सगी बहनें शाइमा अमरीन व इकरा भी शामिल थीं और ऐनुल उन्हीं के अकाउंट में रुपये जमा करवाता था। कैश डिपॉजिट की रसीद भी यही दोनों बहनें काटती थीं। आरोपी ऐनुल रुपये के साथ-साथ भुक्तभोगियों का पासपोर्ट जमा कर लेता था।

हरकत में आई पुलिस

भुक्तभोगियों में शामिल अजहर ने बताया कि वह और ऐनुल के शिकार अन्य भुक्तभोगी बाजारखाला कोतवाली पहुंचे थे। जहां इंस्पेक्टर बाजारखाला ने कथित रुप से आरोपी ऐनुल से फोन पर बात करके उन्हें 2 जुलाई तक उनके रुपये व पासपोर्ट दिलवाने की बात कही थी। पर, पुलिस का यह दावा खोखला साबित हुआ। इसी बीच मामले की भनक आई नेक्स्ट को लगी। जिसके बाद इस पूरे गोरखधंधे और पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में आई नेक्स्ट में प्रमुखता से खबर प्रकाशित हुई थी। खबर प्रकाशित होते ही सीओ बाजारखाला राजकुमार अग्रवाल ने इसका संज्ञान लेते हुए इंस्पेक्टर बाजारखाला को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। जिसके बाद सभी भुक्तभोगियों की सम्मिलित तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर आरोपी ऐनुल हक, उसकी सहयोगी शाइमा अमरीन और इकरा की तलाश शुरू कर दी गई है।