- रूबी तक कैसे पहुंची एलबीएसए लाइब्रेरी की किताबें

- एलबीएसए से पुलिस की दूरी सवालों के घेरे में

MUSSOORIE : रूबी के घर से मिली किताबें लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी की हैं, जिससे साफ होता है फर्जीवाड़े में एलबीएस की भूमिका संदिग्ध है। बावजूद इसके एलबीएस से पुलिस का दूरी बनाना समझ से परे है। यही कारण है कि अब पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। आशंका जताई जा रही है कि जिस तरह पुलिस जांच कर रही है, उससे सच सामने आने वाला नहीं है।

एलबीएस की किताबें बरामद

दरअसल, रिमांड पर लेने के बाद रूबी को दो रोज पूर्व पुलिस ने उसकी निशानदेही पर किताबों का जखीरा बरामद किया। जिसमें कुछ एलबीएस की लाइब्रेरी की हैं। जबकि एलबीएस की लाइब्रेरी से किताबें प्रशिक्षु आईएस को भी इश्यू की जाती हैं। जिसके लिए बकायदा नियम कानून बनाए गए हैं। प्रशिक्षु आईएस को किताबें उसी स्थिति में इश्यू की जाती हैं जब वह लाइब्रेरी में रजिस्टर्ड हो और उसे लाइब्रेरी की तरफ से एक कोड आवंटित हो। ऐसे में रूबी के पास लाइब्रेरी की किताबें मिलना एलबीएस की भूमिका पर सवाल उठाने के लिए काफी है।

रूबी को कैसे इश्यू हुई किताबें

सवाल उठ रहा है कि क्या रूबी को यह कोड आवंटित किया गया था। यदि कोड आवंटित किया गया था तो किस आधार पर किया गया और यदि नहीं तो फिर उसके पास लाइब्रेरी की किताबें कहां से मिली। हालांकि इस बावत अकादमी प्रशासन ने चुप्पी जरूर साध ली है, लेकिन किताबों का मिलना फर्जीवाड़े की कहानी में एलबीएस की भूमिका अहम होने का साफ संकेत देता है। बहरहाल किताबें फर्जीवाड़े के खुलासे में कहां तक सहायक सिद्ध होंगी यह समय ही बताएगा।