-जैक अफसरों ने साधी चुप्पी, शिक्षा सचिव ने कहा, मामले की होगी जांच

-आज है गणित की परीक्षा, उठ रहे सवाल कि ऐसी परीक्षा के क्या मायने

रांची : झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की 11वीं की वार्षिक परीक्षा चल रही है। परीक्षा से एक दिन पहले केमिस्ट्री के प्रश्नपत्र वायरल था। अखबारों में खबर छपी। सुबह वायरल प्रश्नपत्र से केमिस्ट्री का पेपर हू-ब-हू मिल गया। बावजूद, जैक ने परीक्षा ली। ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि यह छात्रों की परीक्षा है या फिर सिर्फ खानापूर्ति। जैक के अध्यक्ष समेत सभी वरीय अधिकारियों ने इस संबंध में चुप्पी साध रखी है। इस संबंध में शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव एपी सिंह ने कहा कि जैक स्वतंत्र बॉडी है। परीक्षा रद करने पर वही कोई फैसला ले सकता है। इस संबंध में उनसे बात की जाएगी और उचित निर्णय लेने को कहा जाएगा। मामले की जांच भी कराई जाएगी। इधर, गुरुवार को होने वाली गणित की परीक्षा से पूर्व इस विषय का पर्चा भी वायरल हो गया है। मैथ की परीक्षा 19 अप्रैल को पहली पाली में सुबह 9:45 से एक बजे तक होनी है।

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अप्रैल में सभी पास, फरवरी में आधे फेल

अप्रैल में होने वाली 11वीं की परीक्षा में पास लगभग आधे विद्यार्थी अगले साल फरवरी में होनी वाली 12वीं की परीक्षा में फेल हो जाते हैं। 12वीं में इतनी अधिक संख्या में विद्यार्थियों के फेल करने का सीधा सा मतलब है कि 11वीं में पढ़ाई, परीक्षा व मूल्यांकन सही ढंग से नहीं किया जाता है। स्कूल-कॉलेजों में शत-प्रतिशत विद्यार्थियों को 12वीं की परीक्षा में शामिल होने के लिए फॉर्म भरने की अनुमति दे दी जाती है। स्कूल प्रबंधन कमजोर विद्यार्थी को 11वीं में रोक नहीं पाता है।

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नियम का कड़ाई से पालन नहीं

राज्य में सीबीएसई पाठ्यक्रम लागू है। 12वीं में प्रवेश के लिए 11वीं उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। 11वीं में उत्तीर्ण नहीं होने पर पंजीयन की अनुमति नहीं देने का प्रावधान है। लेकिन इन सब नियमों का कड़ाई से पालन नहीं होता है।

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पर्चा लीक पर एनएसयूआइ ने किया हंगामा

रांची : ग्यारहवीं कक्षा की परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने के मुद्दे पर एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं ने बुधवार को जैक कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। इसका नेतृत्व प्रदेश प्रवक्ता अभिनव भगत ने किया। मामले पर त्वरित और ठोस कारवाई करने के लिए जैक अध्यक्ष डॉ। अरविंद प्रसाद सिंह से मिलकर ज्ञापन सौंपा। सदस्यों ने कहा कि प्रदेश में ग्यारहवीं की परीक्षा 12 अप्रैल से चल रही है। इसके हर विषय का प्रश्नपत्र परीक्षा के पूर्व ही लीक हो जा रहा है। परीक्षार्थी बताते हैं कि लीक प्रश्नपत्र 500 से 2000 रुपये तक में बेचा जा रहा है। मांग की गई कि इस मामले में शामिल अधिकारी, शिक्षक और कर्मचारियों को चिन्हित कर उनके ऊपर कार्रवाई की जाए। साथ ही ग्यारहवीं की परीक्षा फिर से लेने की मांग की गई। जैक अध्यक्ष डॉ। अरविंद प्रसाद सिंह ने कहा कि सरकार को पत्र लिखकर इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने की सिफारिश करेंगे।