बच्ची चोरी के बाद भी एनएमसीएच नहीं होती रोक-टोक

- मेन गेट हो या वार्ड का गेट नहीं है कोई रोकने वाला

- महिला वार्ड में भी बेधड़क घुस जाते हैं लोग

- सीसीटीवी को बदलने की जरूरत : सिटी एसपी

- कैमरा हो गया होगा गंदा : सुपरिंटेंडेंट

PATNA CITY: बिहार का दूसरा सबसे बड़ा हॉस्पीटल होने के बाद भी एनएमसीएच में सिक्योरिटी टाइट नहीं है। बे रोक-टोक कोई भी कहीं भी आ-जा सकता है। पूरे कैंपस में घूम जाइए आपको कोई रोकने वाला नहीं मिलेगा। एक नवजात बच्ची की चोरी होने के बाद भी हॉस्पीटल की सिक्योरिटी व्यवस्था में कोई चेंजिंग नहीं दिखा। एनएमसीएच एडमिनिस्ट्रेशन ने हॉस्पीटल की सिक्योरिटी के लिए क्ख्ब् गार्ड रखे हैं। जिनकी ड्यूटी मेन गेट से लेकर सभी वार्डाें व पूरे कैंपस की देख-रेख के लिए शिफ्ट वाइज लगाई जाती है। लेकिन व्यक्तिसंदिग्ध हो या आम आते-जाते गार्ड उन्हें टोकते तक नहीं हैं।

पहला प्वाइंट - मेन गेट

एनएमसीएच के मेन गेट पर सिक्योरिटी ऑफिस भी है। ख्-फ् गार्ड अक्सर मेन गेट पर ड्यूटी करते हैं। लेकिन कौन व्यक्ति अंदर जा रहा है और कौन बाहर आ रहा है, इससे उन्हें कोई मतलब नहीं है। मेन गेट से इन कर लोग बेधड़क जाते-आते हैं, गार्ड सिर्फ नाम की ड्यूटी बजाते रहते हैं।

सेकेंड प्वाइंट - महिला वार्ड गेट

महिला वार्ड की गेट पर हमें कोई गार्ड नहीं मिला। हाथों में सामान लिए महिलाएं आराम से आ-जा रही थीं। उनसे भी पूछने वाला कोई नहीं था। बच्ची की चोरी के बाद गार्ड को वार्ड की गेट पर होना चाहिए था, लेकिन गार्ड गायब नजर आए।

थर्ड प्वाइंट - महिला वार्ड

फ‌र्स्ट फ्लोर पर महिला वार्ड और लेबर रूम है। वार्ड के बाहर दो गार्ड ड्यूटी जरूर करते दिखे, लेकिन चुपचाप बैठे दिखे। महिला वार्ड में भी लोग बेधड़क आते-जाते दिखे। जबकि चोरी के बाद सिक्योरिटी गार्ड को बेहद अलर्ट रहना चाहिए था।

सिर्फ नाम के हैं सीसीटीवी कैमरे

एनएमसीएच में करीब ब्ख् सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। लेकिन ये सारे कैमरे नाम के हैं। ये कहना है पटना पुलिस का। क्वालिटी सही नहीं होने से सभी कैमरे को बदलने की जरूरत है। सिटी एसपी शिवदीप लांडे के अनुसार एनएमसीएच में हाई रिजॉल्यूशन के सीसीटीवी कैमरे की जरूरत है। अभी के कैमरे में फूटेज क्लियर नहीं दिखता। कंट्रोल रूम भी सही नहीं है।

पिछले मामलों को कर रहे चेक

हॉस्पीटल की सिक्योरिटी एक बड़ा मुद्दा है। डीएम की मीटिंग में इसे जरूर रखूंगा। जहां तक बच्ची चोरी की बात है तो अभी तक कुछ खास पता नहीं चल सका है। सिटी एसपी पुराने मामले देख रहे हैं। उसी प्वाइंट पर अन्य मामले की जांच होगी।

टेक्नीकल एक्सपर्ट नहीं हैं सिटी एसपी

सीसीटीवी फुटेज होने के बाद भी पटना पुलिस बेबस है। फुटेज स्पष्ट नहीं दिखने से महिला की पहचान नहीं हो पा रही है। एनएमसीएच के सुपरिंटेंडेंट डा। संतोष कुमार का कहना है कि सिटी एसपी टेक्नीकल एक्सपर्ट नहीं हैं। कैमरे की लेंस पर डस्ट बैठ गया होगा। इस वजह से फुटेज सही नहीं आया होगा।

मां की बिगड़ी तबीयत

चोरी गई बच्ची की मां नीलम देवी की तबीयत बिगड़ गई है। नवजात बच्ची के गम में मां ने खाना-पिना छोड़ दिया है। मां की तमन्ना अपनी लाडली बिटिया को जल्द देखने की है।