शुक्रवार को बंद रहीं दुकानें

श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में शुक्रवार को ज्यादातर दुकानें बंद रहीं। शांति बनाए रखने के लिए मस्जिदों पर जरूरत से ज्यादा सुरक्षा बल तैनात रहे। अकेले कैंडी में तीन हजार पुलिस वाले, ढाई हजार सेना के जवान और 750 स्पेशल टास्क फोर्स के जवान तैनात रहे। गुरुवार रात को कर्फ्यू के बावजूद जिले में दंगाइयों ने कुछ मस्जिदों को निशाना बनाया। इस भड़की हिंसा पर काबू ना पाने और पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगने के बाद राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना ने गुरुवार को प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को कानून एवं व्यवस्था विभाग में मंत्री पद से हटा दिया। बता दें कि विक्रमसिंघे दस दिन पहले ही इस विभाग में मंत्री पद के लिए नियुक्त हुए थे।

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अब तक इतनी हुई गिरफ्तारी

बता दें कि पुलिस अभी तक हिंसा के आरोप में 81 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। दो करोड़ की जनसंख्या वाले श्रीलंका में 75 फीसद आबादी सिंहली बौद्ध समुदाय की है। मुस्लिम कुल जनसंख्या का दस प्रतिशत हैं। बता दें कि बीते सोमवार को कैंडी जिले में भड़की हिंसा में दो लोगों की जान चली गई थी। इस हिंसा में कई घरों, दफ्तरों और मस्जिदों को भी नुकसान पहुंचा था। यह हिंसा सिंहली बौद्ध समुदाय के एक व्यक्ति की मौत के बाद भड़की थी। इसके बाद इस हिंसा को रोकने के लिए वहां के राष्ट्रपति मैत्रिपाल सिरिसेन ने आपातकाल की घोषणा कर दी थी।

दो समुदायों के बीच हिंसा

गौरतलब है कि श्रीलंका के पर्यटक जिले कैंडी में बहुसंख्यक सिंहली बौद्धों और अल्पसंख्यक मुस्लिमों के बीच सांप्रदायिक हिंसा के बाद मंगलवार को देशभर में दस दिन के लिए इमरजेंसी लागू कर दिया गया था। इस हिंसा में दो लोगों के मारे जाने और कई लोगों के जख्मी होने की खबर मिली थी।

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