Lucknow: जिस इकलौते बेटे को छह साल पहले खो दिया था, उसके जिंदा रहने की आस भी खो दी थी उसे सामने देखकर पिता ही क्या आसपास खड़े लोगों की आंखों में भी आंसू आ गये। छह साल पहले बिबियापुर थाना सिधौली में रहने वाला मुन्ना ट्रेन में बैठ कर वहां से निकला तो बस अपनों से दूर होता ही चला गया।

वो कोलकाता पहुंचा और 6 साल उसने वहीं गुजार दिये। अब बारह साल का हो चुका मुन्ना बुधवार को लखनऊ चाइल्ड लाइन पहुंचा और गुरुवार को वो अपने पिता के साथ अपने गांव चला गया।

भागने ने मिला दिया

कोलकाता पहुंचने के बाद मुन्ना किसी तरह कोलकाता के एक होम में रहने लगा था। करीब दो महीने पहले वो होम से भागने निकला, लेकिन कोलकाता जीआरपी को मिल गया। जीआरपी ने कोलकाता चाइल्ड लाइन को सूचना दी। कोलकाता चाइल्ड लाइन ने लखनऊ चाइल्ड लाइन से सम्पर्क किया और उन्हें सिधौली के रहने वाले मुन्ना के बारे में जानकारी दी। जहां से सीतापुर थाने में सम्पर्क किया गया। थाने से महेश तिवारी मुन्ना के गांव पहुंचे जहां से उनकी बात लखनऊ चाइल्ड लाइन कराई गई।

ऐसी ही कडिय़ां जुड़ती गई और गुरुवार को पिता और बेटे का छह साल बाद यह मिलन देखकर हर कोई हैरान था। बनवारी सिंह ने बताया कि इसकी मां तो पहले ही छोड़ कर जा चुकी है। यह मेरा इकलौता बेटा था और अब तो इसकी आस ही छोड़ चुका था, लेकिन आज मैं ऊपर वाले का शुक्र अदा करता हूं कि उसने छह साल बाद मुझे बेटे से मिला दिया है।