-लंबे इंतजार के बाद कुंभ मेला के लिए अखाड़ों में शुरू हुआ स्थाई निर्माण कार्य

-श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन में हो चुका है भूमि पूजन

ALLAHABAD: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की लम्बे से संगम की रेती पर अगले वर्ष लगने जा रहे कुंभ मेला से पहले उज्जैन में हुए कुंभ की तर्ज पर ही अखाड़ों की जमीन पर स्थाई निर्माण की मांग आखिरकार पूरी हो गई है। प्रदेश सरकार की ओर से अप्रैल महीने में निर्माण कार्यो के लिए बजट आवंटित कर दिया गया था। वहीं अब स्थाई निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। खास बात है कि अखाड़ा परिषद की ओर से शासन को जो सूची भेजी गई थी उसके अनुसार अखाड़ों की जमीन पर संत निवास के साथ रसोई भी बनाई जाएगी। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन में स्थाई निर्माण के लिए भूमि पूजन हो चुका है।

पहली बार बनेगा संत निवास

उज्जैन में हुए कुंभ मेला से पहले वहां की सरकार ने अखाड़ों के लिए स्थाई संत निवास और रसोई के साथ प्रसाधन का भी बंदोबस्त कराया था। ठीक उसी तरह यहां पर भी प्रदेश सरकार की पहल पर अखाड़ों की जमीन पर संत निवास बनाया जाएगा। ताकि देश भर में फैले अखाड़ों से जुड़े संत-महात्माओं के लिए ठहरने की व्यवस्था की जा सके। अखाड़ों की जमीन पर संत निवास, प्रसाधन की व्यवस्था, रसोई व विश्राम गृह बनाया जाएगा। इसकी सूची अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि की ओर से शासन को भेजी जा चुकी है।

चार माह बाद शुरू होगा सिलसिला

कुंभ मेले का आयोजन भले ही अगले साल होने जा रहा है लेकिन अखाड़ों के मुख्यालयों में अक्टूबर से ही देशभर के संत-महात्माओं के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। निरंजनी अखाड़े के श्री महंत आशीष गिरि की मानें तो कुंभ के दौरान किस तरह व्यवस्थाएं की जाएगी और कौन-कौन सी सुविधाएं संत-महात्माओं को उपलब्ध कराई जाएगी, इसकी रणनीति बनाने के लिए अखाड़ों के पदाधिकारी सबसे पहले अपने-अपने अखाड़ों में पहुंच जाएंगे।

इन अखाड़ों के लिए आवंटित राशि

1.10 करोड़ रुपए: निर्मल पंचायती अखाड़ा

1.19 करोड़ रुपए: निर्वाणी अखाड़ा

93.32 लाख रुपए: श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा

1.33 करोड़ रुपए: पंचायती अखाड़ा नया उदासीन

01 करोड़ रुपए: जूना अखाड़ा

01 करोड़ रुपए : बाघम्बरी गद्दी

1.23 करोड़ रुपए: आनंद अखाड़ा

1.20 करोड़ रुपए पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन

वर्जन

उज्जैन की तर्ज पर यहां अखाड़ों की जमीन पर संत निवास, रसोई व विश्राम गृह का निर्माण कार्य होना है। मेलाधिकारी ने आश्वासन दिया है कि सितंबर महीने तक सूची के हिसाब से सभी कार्यो को पूरा कराया जाएगा।

-महंत नरेन्द्र गिरि, अध्यक्ष अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद