- पीलीभीत के पुष्प इंस्टीट्यूट ने स्टूडेंट्स को छह महीने बाद निकाला

- इंस्टीट्यूट ने हड़पी स्टूडेंट्स की फीस, पेरेंट्स ने रजिस्ट्रार से की शिकायत

BAREILLY पीलीभीत के एक कॉलेज मैनेजमेंट की तानाशाही से बीबीए के स्टूडेंट्स का भविष्य बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गया है। कॉलेज मैनेजमेंट ने एडमिशन के नौ माह बाद इंटर में कम परसेंटेज का हवाला देते हुए कॉलेज से निकाल दिया। इसके साथ ही उसकी फीस भी हड़प ली है। स्टूडेंट्स के पेरेंट्स ने रजिस्ट्रार से शिकायत कर इंसाफ की गुहार लगाई है।

फ‌र्स्ट सेमेस्टर का दे चुका है एग्जाम

मोहल्ला मुनीर खां निवासी मो। अरीब ने पीलीभीत के पुष्प इंस्टीट्यूट में दो फरवरी 2016 को बीबीए फ‌र्स्ट ईयर में एडमिशन लिया। साथ ही 19 जुलाई 2016 को कॉलेज की फीस 10,500 रुपए भी जमा किए। तीन माह की पढ़ाई करने के बाद उसने सेमेस्टर एग्जाम दिया। जिसमें उसकी फ‌र्स्ट डिवीजन आई। पांच नवंबर को कॉलेज मैनेजमेंट ने स्टूडेंट्स को बुलाया। कॉलेज मैनेजमेंट ने स्टूडेंट को बताया कि इंटर में मार्किंग परसेंटेज कम है। इस कारण वह कॉलेज में अब नहीं पढ़ पाएगा। इसके साथ ही कॉलेज ने उसका एडमिशन निरस्त कर दिया। स्टूडेंट के पिता मोइन मियां ने रजिस्ट्रार को लिखित में शिकायत भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।

रजिस्ट्रार ने दिए जांच के आदेश

पत्र मिलते ही रजिस्ट्रार ने जांच के लिए कमेटी बना दी है। कमेटी ने स्टूडेंट्स के डॉक्यूमेंट्स चेक किए, तो उसे प्रथम दृष्टया शिकायत सही मिली है। इसके साथ ही कमेटी ने कॉलेज को अपना पक्ष रखने के बुलाया है। इसके बाद कमेटी अपनी रिपोर्ट बनाकर रजिस्ट्रार को सौंप देगी। उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

वर्जन

स्टूडेंट के पेरेंट्स ने शिकायत की है। उसकी जांच चल रही है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। स्टूडेंट का भविष्य बर्बाद नहीं होने दिया जाएगा।

डॉ। एसएल मौर्य, रजिस्ट्रार