-आईडी पासवर्ड के जरिए लॉगइन कर वे कॉलेज की सीटें लॉक कर सकते हैं

BAREILLY: बीएड काउंसलिंग में जिन स्टूडेंट्स को पासवर्ड नहीं मिला था और च्वाइस लॉक करने से चूक गए थे। उनके पास कॉलेज लॉक करने का अब भी मौका है। ऐसे स्टूडेंट्स को सेकेंड फेज की काउंसलिंग शुरू होने का वेट करने की जरुरत नहीं। वे पासवर्ड रिसेट कर अपना कॉलेज लॉक कर सकते हैं। ऑनलाइन च्वाइस लॉक प्रक्रिया में स्टूडेंट्स के पासवर्ड रिसेट करने की भी सुविधा दी जाती है। इसको क्लिक करते ही स्टूडेंट्स के रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर नया पासवर्ड आ जाता है। इसके बाद स्टूडेंट्स अपने आईडी पासवर्ड के जरिए लॉगइन कर वे कॉलेज की सीटें लॉक कर सकते हैं।

गड़बड़ी की वजह से नहीं मिला था पासवर्ड

बीएड काउंसलिंग 5 जून से स्टार्ट हुई है। ऐसे कई स्टूडेंट्स थे जो अभी तक कॉलेज लॉक नहीं कर पाए थे। इनमें वे स्टूडेंट्स भी थे जिनका मोबाइल नम्बर चेंज हो गया था। उनका आईडी पासवर्ड पुराने मोबाइल नम्बर पर चला गया। ऐसे में उन्होंने अपना नया नम्बर रजिस्टर्ड कराया। इसके साथ ही एनआईसी की गड़बड़ी की वजह से भी काफी संख्या में स्टूडेंट्स को आईडी पासवर्ड नहीं मिला था। हालांकि सीट अलॉटमेंट के रिजल्ट में उनका रिजेक्शन भी नहीं शो कर रहा है। ऐसे सभी स्टूडेंट्स अपना पासवर्ड रिसेट कर च्वाइस लॉक की प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं।

12 जून तक का रिजल्ट डिक्लेयर

एनआईसी ने 10 से 12 जून तक च्चाइस लॉक कर चुके स्टूडेंट्स का रिजल्ट संडे को डिक्लेयर कर दिया। इसके बाद स्टूडेंट्स कॉलेज की बाकी फीस जमा कर अपनी सीट कंफर्म करा सकते हैं। इसके लिए उनके पास तीन दिनों का समय है। इस रिजल्ट में दोनों सेंटर पर महज 17 रिजेक्शन ही आए। संडे को काउंसलिंग के लिए रैंक 1,00,001 से 1,15,000 तक के स्टूडेंट्स को बुलाया गया था। आरयू के सेंटर पर 990 स्टूडेंट्स को बुलाया गया था। जिसमें से 415 स्टूडेंट्स ने काउंसलिंग कराई। वहीं केसीएमटी में 991 स्टूडेंट्स को कॉल किया गया था। जिसमें से 443 स्टूडेंट्स ने काउंसलिंग कराई।