-उर्सला समेत कई हॉस्पिटलों में पेशेंट्स से लेकर तीमारदार व डॉक्टर्स सड़कों पर आ गए

- हैलट, उर्सला में बंद हुई ओपीडी, उर्सला में ऑपरेशन टले

- प्राइवेट हॉस्पिटलों में भी अफरा तफरी की स्थिति, मेडिकल कॉलेज में हॉस्टल छोड़ बाहर निकले स्टूडेंटस

KANPUR: शहर में भूकंप की वजह से सरकारी हो या प्राइवेट सभी जगहों पर अफरा तफरी और डर का माहौल कायम कर दिया। दोपहर क्क्:ब्क् बजे के करीब जब पहली बार झटके महसूस हुए तभी हैलट और उर्सला की ओपीडी छोड़ डॉक्टर और पेशेंट्स सभी दौड़ कर बाहर निकल आए। वहीं वार्डाे में भर्ती पेशेंट्स और तीमारदार भी सड़क पर निकल आए। कई प्राइवेट हॉस्पिटलों में भी यही हाल रहा। उर्सला में तो ऑपरेशन भी टल गए और ओपीडी को फौरन बंद कर दिया गया। घंटों बाद स्थिति सामान्य होने पर पेशेंट्स वार्डो में लौटे उसके बाद ही डॉक्टर्स ने उन्हें देखा।

जब सब कुछ िहलने लगा।

उर्सला हॉस्पिटल की ओपीडी में दिखाने आए शिवाला के राम वीर ने बताया कि वह चेस्ट में प्रॉब्लम होने पर उर्सला की ओपीडी आए थे और लाइन में लगे थे। अचानक ही कुछ कंपन महसूस हुआ उसके बाद सभी लोग और डॉक्टर्स भी बाहर निकल आए और दौड़ते हुए सड़क पर आ गए। उर्सला के ऑपरेशन थियेटर में शनिवार सुबह रमेश चंद्र का ऑपरेशन होना था। उनका भाई उसे ओटी में लेकर गया लेकिन तभी भूकंप के झटके आए तो ओटी के स्टॉफ के साथ डॉक्टर भी बाहर निकल गए। इसके बाद ओटी बंद कर दिया गया।

बंद हुई ओपीडी, डॉक्टर्स में भी डर

दोपहर क्क्:ब्क् बजे के करीब जब भूकंप के झटके आने शुरू हुए तो हैलट उर्सला समेत सभी सरकारी हॉस्पिटलों में ओपीडी चल रही थी जिसमें हजारों पेशेंट्स मौजूद थे, लेकिन झटकों की शुरुआत होते ही सभी जगह अफरा तफरी मच गई। हैलट में प्रिंसिपल, एसआईसी समेत पूरा स्टॉफ बाहर निकल आया और ओपीडी को भी बंद कर दिया गया। यह स्थिति कई घंटों तक रही।

वार्ड छोड़ बाहर आए पेशेंट्स आैर तीमारदार

भूकंप के झटके शुरू होते ही हैलट इमरजेंसी पूरी तरह से खाली हो गई और पेशेंट्स के साथ ही रेजीडेंट्स भी बाहर निकल गए। वहीं बाल रोग अस्पताल को पूरी तरह से खाली करा लिया गया। इसके अलावा चेस्ट हॉस्पिटल में भी सभी फैकल्टी, स्टॉफ और पेशेंट्स दशहत में बाहर निकल गए। वहीं मेडिकल कॉलेज में सभी हॉस्टलों को छोड़ स्टूडेंट्स बाहर निकल गए और घंटों मैदान में ही इकट्ठा रहे।