- 30 जनवरी को होटल में मिला था युवती का शव

- शव के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला था

- गला घोंटकर की गई थी हत्या

- 9 दिन बाद पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को किया अरेस्ट

- जबलपुर के भेडाघाट धुंवाधार से पुलिस ने किया आरोपी डॉक्टर को अरेस्ट

- हत्यारोपी की डॉक्टर पत्नी से भी चल रहा था विवाद, अलग रहते थे दोनों

- हत्या के बाद ट्रेन के आगे कूदकर जाने देने चाहता था आरोपी डॉक्टर

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LUCKNOW : प्यार और धोखे के फेर में उलझा एक डॉक्टर हत्यारा बन गया। अपने इलाज से लोगों को जिंदगी देने वाले डॉक्टर ने अपनी सहकर्मी नर्स की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने एक नोट भी छोड़ा था। जिसमें खुद ही जान देने की बात लिखी थी। प्रेमिका की हत्या के बाद डॉक्टर भी ट्रेन के आगे कूदकर जान देना चाहता था, लेकिन वह हिम्मत नहीं जुटा सका। आखिरकार 9 दिन तक वह भागता रहा। अंत में पुलिस ने उसे जबलपुर के भेडाघाट स्थित धुंवाधार से गिरफ्तार किया। वह एक होटल में छिपकर रह रहा था। अरेस्ट होने पर उसने बताया कि हत्या के बाद वह चित्रकूट स्थित मंदिर गया और अपने पाप का प्रायश्चित करने के लिए मंदिर की परिक्रमा की।

शादी का दबाव बनाने के चलते हत्या
एएसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि समता के द्वारा शादी का दबाव बनाने पर राजेश ने उसकी हत्या की थी। हत्यारोपी डॉ। राजेश त्रिपाठी ने वर्ष 2011 में राजकीय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज टूडियागंज से बीएमएस किया था। उसके बाद वर्ष 2016 में उनकी तैनाती संविदा चिकित्सक के रूप में चित्रकूट कर्वी के मानिकपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई। यहीं पर जेएनएम स्टाफ नर्स के तौर पर समता निषाद निवासी अंबेडकर नगर महरुआ की हुई। अस्पताल में समता को एक चिकित्साधिकारी परेशान कर रहे थे, जिसकी शिकायत समता ने डीएम से की थी। उसके बाद समता के पक्ष से राजेश त्रिपाठी ने उसे काफी सपोर्ट किया था। समता राजेश के पड़ोस में कमरा लेकर रहने लगी थी। दोनों में दोस्ती हो गई। उसके बाद दोनों का ट्रांसफर हो गया।

दोनों के बीच हुई थी मारपीट
दोनों लखनऊ के होटल में मुलाकात करते थे। राजेश की पत्‌नी भी बीएमएस डॉक्टर है। दोनों के रिश्तों के बारे में राजेश की पत्नी को जानकारी हुई तो वह विरोध करने लगी। इस पर दोनों में झगड़ा हुआ और वह राजेश से अलग रहने लगी। समता राजेश पर शादी का दबाव बना रही थी। 26 जनवरी को दोनों होटल में रुके थे। वहां 30 की सुबह समता डॉक्टर पर शादी का दबाव बनाने लगी। इसको लेकर दोनों का झगड़ा हुआ। राजेश ने समता को धक्का दिया वह सिर के बल फर्श पर गिर गई। इसके बाद बाथरूम में ले जाकर उसका दुपट्टे से गला घोंटकर मार दिया और भाग निकला।

हरौनी स्टेशन गया था सुसाइड करने
आरोपी डॉक्टर घटना के बाद हरौनी गया और वहां शराब पी। नशे में पटरी किनारे आत्महत्या करने के लिए टहल रहा था। एक व्यक्ति यह भांप गया तो राजेश का पीछा करने लगा। इसके बाद राजेश वहां से भाग निकला। बंथरा में एक ढाबे के कमरे में रुका। फतेहपुर पहुंचा उसके बाद चित्रकूट और महियर देवी गया, जहां उसने मंदिर में अपने पाप के प्रायश्चित के लिए मंदिर की परिक्रमा की।