ये थे पहले के हालात

पिछले साल कैंपस में एबीवीपी और सपा छात्र सभा ने दो-दो पदों पर कब्जा किया था। जबकि इस साल एबीवीपी को दो और सपा छात्र सभा को तीन महत्वपूर्ण पदों पर जीत हासिल हुई। वहीं कॉलेजों की बात की जाए तो सभी कॉलेजों एबीवीपी को आठ, एनएसयूआई को आठ, सपा छात्र सभा को पांच, राष्ट्रीय छात्र लोकदल को चार, भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा को चार पदों पर जीत हासिल हुई थी। कैंपस चुनाव ने साफ कर दिया है कि कॉलेजों में भी मुकाबला टक्कर का होने वाला है। हालांकि अभी कॉलेजों में चुनाव घोषित नहीं किए गए हैं, लेकिन संभव है कि जल्द ही कॉलेजों में चुनाव घोषित कर दिए जाएं।

मेरठ कॉलेज

पिछले साल की बात की जाए तो मेरठ कॉलेज में कुल 52 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था। नाम वापसी और स्क्रूटनी के बाद 30 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा। कॉलेज में कुल 11 हजार 37 वोट में से 4387 यानी 39.6 परसेंट वोटिंग हुई थी, जिसमें अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के अमित कुमार, उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी की कोमल शर्मा, महामंत्री पद पर सपा छात्र सभा के हिमांशु त्यागी, संयुक्त सचिव पद पर अमित कुमार सोम और कोषाध्यक्ष पद पर एबीवीपी के हितेष रस्तौगी ने जीत दर्ज की थी।

आरजी कॉलेज

वहीं आरजी कॉलेज में पिछले साल कॉलेज में कुल 30 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था। नाम वापसी और स्क्रूटनी के बाद भी मैदान में 30 प्रत्याशी डटे रहे और चुनाव लड़ा। कॉलेज में कुल चार हजार वोट में से 1573 यानी 39.32 परसेंट वोटिंग हुई थी, जिसमें अध्यक्ष पद पर भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा की भारती सोम, उपाध्यक्ष पद पर भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा की आरती, महामंत्री पद पर भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा की कोमल, संयुक्त सचिव पद पर भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा की प्रतिभा और कोषाध्यक्ष पद पर एबीवीपी की सुरभी त्यागी ने जीत दर्ज की थी।

एनएएस कॉलेज

एनएएस कॉलेज में कुल 30 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था। नाम वापसी और स्क्रूटनी के बाद 16 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा। कॉलेज में कुल 4423 वोट में से 1850 यानी 41.8 परसेंट वोटिंग हुई थी, जिसमें अध्यक्ष पद पर सपा छात्र सभा के जय राज, उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई की प्रगति मिश्र, महामंत्री पद पर एनएसयूआई के नवीन कुमार, संयुक्त सचिव पद पर एनएसयूआई केकपिल कुमार और कोषाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई के शैंकी चौहान ने जीत दर्ज की थी।

डीएन कॉलेज

डीएन कॉलेज में कुल 31 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था। नाम वापसी और स्क्रूटनी के बाद 12 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा। कॉलेज में कुल 3300 वोट में से 1403 यानी 42.5 परसेंट वोटिंग हुई थी। जिसमें अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के अंकित, उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी की सुरभी यादव, महामंत्री पद पर एबीवीपी के रोहित कुमार, संयुक्त सचिव पद पर एबीवीपी के अभिषेक जैन और कोषाध्यक्ष पद पर सपा छात्र सभा के अंकित कुमार ने जीत दर्ज की थी।

कनोहर लाल कॉलेज

कनोहर लाल कॉलेज की बात की जाए तो कॉलेज में कुल 40 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था। नाम वापसी और स्क्रूटनी के बाद 29 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा। कॉलेज में कुल 2400 वोट में से 788 यानी 32.8 परसेंट वोटिंग हुई थी। जिसमें अध्यक्ष पद पर सपा छात्र सभा की प्रियंका, उपाध्यक्ष पद पर कविता, महामंत्री पद पर कल्पना, संयुक्त सचिव पद पर आरएलडी की रजनी और कोषाध्यक्ष पद पर आरएलडी की शाइस्ता ने जीत दर्ज की थी।

इस्माईल डिग्री कॉलेज

इस्माईल डिग्री कॉलेज में कुल 27 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था। नाम वापसी और स्क्रूटनी के बाद 26 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा। कॉलेज में कुल 3076 वोट में से 827 यानी 26.88 परसेंट वोटिंग हुई थी, जिसमें अध्यक्ष पद पर शीबा सैफी, उपाध्यक्ष पद पर पारुल, महामंत्री पद पर महमूदा, संयुक्त सचिव पद पर शिवांगी और कोषाध्यक्ष पद पर रुकसार ने जीत दर्ज की थी।

"कॉलेजों में पहले से ही कैंपेनिंग का काम चल रहा है। सीसीएस कैंपस में हम इस लिए हारे क्योंकि प्रशासन ने सपा का साथ दिया। बाकी सब को दबाया गया। सपा समर्थकों ने गलत तरीकों का इस्तेमाल करते हुए जीत हासिल की है। कॉलेजों में हम ही भारी पड़ेंगे."

अंकुर राणा, प्रदेश प्रमुख, एबीवीपी

"कॉलेजों में हमारी स्थित पहले भी मजबूत थी। इस बार समर्थन और भी बढ़ा है। कॉलेजों में हम पिछले साल की तरह मजबूती से जीत दर्ज कराएंगे."अवनीश काजला, अध्यक्ष वेस्ट यूपी, एनएसयूआई

"हम कॉलेजों में अच्छे कैंडीडेट्स को मैदान में उतारेंगे। हमारा जोर कॉलेजों में अच्छी और रोजगारपरक शिक्षा देने पर होगा। कॉलेजों में अच्छा माहौल बनाया जाएगा। छात्र संघ के माध्यम से छात्रों को इस बारे में बताया जाएगा। सरकार से बात करके शिक्षा नीति में परिवर्तन करे बेरोजगारी को खत्म कराया जाएगा."अतुल प्रधान, प्रदेश अध्यक्ष, सपा छात्र सभा

National News inextlive from India News Desk