बसपा विधायक रोमी साहनी और बृजेश वर्मा हुए बागी, लगाया धन उगाही का आरोप

-कहा, मायावती की मौजूदगी में नसीमुद्दीन ने मांगे करोड़ों रुपये

LUCKNOW: चुनावी साल में बसपा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पार्टी से बगावत करने वालों में बुधवार को दो और विधायकों का नाम जुड़ गया। खीरी के पलिया से विधायक रोमी साहनी और हरदोई के मल्लावां विधायक बृजेश वर्मा ने बसपा सुप्रीमो मायावती और नसीमुद्दीन पर टिकट के बदले करोड़ों रुपये मांगने का आरोप लगाया। पैसे देने में असमर्थता जताई तो उनका टिकट काटने की धमकी दी गयी। खुद को बसपा का सिपाही बताते हुए कहा कि मायावती पैसे मांगना बंद कर दें तो उनसे बड़ा नेता कोई नहीं है। वे देश की प्रधानमंत्री भी बन सकती हैं।

टिकट के लिए मांगे तीन करोड़

स्थानीय होटल में पत्रकारों से बातचीत के दौरान रोमी साहनी और बृजेश वर्मा ने कहा कि उन्हें विगत छह जुलाई को राजधानी स्थित मायावती के आवास पर बुलाया गया। वहां मायावती के साथ नसीमुद्दीन सिद्दीकी भी मौजूद थे। रोमी साहनी से नसीमुद्दीन ने कहा कि लखीमपुर खीरी की पलिया सीट से एक होटल व्यापारी ने टिकट के लिए तीन करोड़ रुपये दिए हैं और दो करोड़ बाद में देने को कहा है। आप तीन करोड़ रुपये दे दीजिए तो टिकट आपको दे दिया जाएगा। बाद में दो करोड़ और जमा कर दीजिएगा। रोमी ने बताया कि जब उन्होंने इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता व्यक्त की तो नसीमुद्दीन ने उनका टिकट काटने की धमकी दी। बाद में कहा कि आपको लखीमपुर से लोकसभा का चुनाव लड़वाया जाएगा। इसके दो घंटे बाद बृजेश वर्मा को भी बुलाकर चार करोड़ रुपये मांगे गये। जब उन्होंने भी मना कर दिया तो उन्हें भी लखीमपुर से लोकसभा चुनाव लड़वाने का आश्वासन दिया गया।

पार्टी की हो रही बदनामी

दोनों विधायकों ने कहा कि वे आज दुखी मन से बसपा सुप्रीमो से अपना दर्द साझा करने आए हैं। पिछले कुछ दिनों से पार्टी में जो चल रहा है, उससे बहुत बदनामी हो रही है और हमें भी शर्मिदगी का सामना करना पड़ रहा है। लोग हमसे ये नहीं पूछते हैं कि कहां से और कैसे टिकट मिला, बल्कि कितने पैसे देकर मिला, यह जानना चाहते हैं। चुनावी साल में टिकटों की खरीद फरोख्त से डॉ। अंबेडकर और कांशीराम के सपनों को गहरा आघात लगा है। सभी 403 विधानसभा सीटों के लिए दो से दस करोड़ रुपये पार्टी फंड के नाम पर लेकर टिकट बेचे जा रहे है। उन्होंने साफ किया कि अभी वे किसी अन्य दल में नहीं जा रहे हैं, ना ही पार्टी छोड़ी है। कहा कि पहले भी यह आरोप लगाकर पार्टी से निकाला गया था कि हम जुगुल किशोर से मिलने जाते है। बाद में नसीमुद्दीन ने खुद फोन करके माफीनामा देने को कहा और मुझसे एक कागज पर दस्तखत करवा लिए।

दयाशंकर की गलती की सजा बच्ची को क्यों

दोनों विधायकों ने यह सवाल भी उठाया कि पूर्व भाजपा नेता दयाशंकर सिंह की गलती की सजा उनकी 12 साल की बच्ची को क्यों दी जा रही है। कहा कि राजधानी में बसपा के प्रदर्शन के दौरान जो आपत्तिजनक नारे लगाये गये, उनकी हम निंदा करते हैं। यह बेहद शर्मनाक मामला है और हम दोनों दयाशंकर सिंह के परिवार के साथ हैं।

दोनों विधायक निलंबित

प्रदेश अध्यक्ष राजअचल राजभर ने बताया कि विधायक बृजेश वर्मा और रोमी साहनी को पार्टी से निलंबित करने की जानकारी देते हुए बताया कि इन दोनों को पार्टी के किसी कार्यक्रम में भाग नहीं लेने के लिए निर्देशित किया गया है। राजभर ने बताया कि रोमी साहनी क्षेत्र में जनता की समस्याओं का समाधान कराने के बजाए लखनऊ में रहकर अपने धंधों में लगा था वहीं बृजेश वर्मा अपने परिवार को बढ़ावा देते हुए कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करता था। इसी कारण उनको पहले भी निलंबित किया गया था।

टिकट कटने पर लगा रहे गलत आरोप

टिकट न मिलने की वजह से वे अनाप-शनाप आरोप लगा रहे हैं। दोनों को कुछ दिन पहले भी अनुशासनहीनता की वजह से पार्टी से निकाला गया था। बाद में उन्होंने माफी मांगी कि हमें सुधरने का मौका दिया जाए। पार्टी हाईकमान ने उन्हें इस शर्त के साथ माफ किया था कि संगठन में काम करना होगा, इस बार टिकट नहीं मिलेगा। लेकिन टिकट न पर उन्होंने अन्य दलों में चक्कर काटना शुरू कर दिया और अब बेबुनियाद आरोप लगा रहे है।

-बृजेश पाठक, पूर्व राज्यसभा सांसद

बसपा