-बीजेपी नेता अनुज सिंह नहीं थे घर पर, चचेरे भाई को कब्जे में ले लिया, दूर तक गिरा मलबा

patna@inext.co.in

GAYA/PATNA: गया के डुमरिया प्रखंड के बोधि बिगहा में बुधवार की देर रात प्रतिबंधित माओवादी संगठन के दस्ते ने पूर्व एमएलसी सह बीजेपी नेता अनुज सिंह के घर को डायनामाइट से उड़ा दिया. अनुज जदयू से एमएलसी बने थे, बाद में बीजेपी में आ गए. घटना के बाद से इलाके में दहशत है. विस्फोट के बाद घर का मलबा काफी दूर तक जा गिरा. घटना के समय अनुज के चचेरे भाई अजय सिंह और रवि सिंह घर पर थे. वे दोनों ही घर की देखभाल करते हैं. वे बरामदे पर सोए थे. उन्होंने बताया कि देर रात करीब सौ की संख्या में हथियारबंद नक्सली पहुंचे और उन्हें जगाकर अपने कब्जे में ले लिया. इसके बाद चचेरे भाई अनुज सिंह के घर की चाबी मांगी. वे वहां नहीं रहते हैं. गांव में पैतृक मकान है.

प्रशासन के विरोध में नारेबाजी

नक्सलियों ने उनका घर खोला और विस्फोट कर उड़ा दिया. उन्होंने करीब आधे घंटे तक अजय को अपने कब्जे में रखा. घटना को अंजाम देने के बाद पुलिस प्रशासन और पूर्व एमएलसी के विरोध में नारे लगाते हुए चले गए. ध्वस्त मकान बता रहा था कि विस्फोट काफी शक्तिशाली था. डायनामाइट लगाने के महज 15 मिनट के अंदर तबाही मच गई. घर में रखे फर्नीचर सहित सब कुछ मलबे में तब्दील हो गए. पुलिस सुबह में घटनास्थल पर पहुंची. वहां से पोस्टर, पर्चा और बैनर भी बरामद किया. उस पर लोकसभा चुनाव बहिष्कार की बात लिखी हुई थी. नक्सलियों ने पोस्टर लिखकर डुमरिया पुलिस पर बालू और शराब माफिया से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए लिखा था कि इसी कारण गरीब तीन हजार रुपए में एक ट्रैक्टर बालू खरीद रहा है. इधर पूरे गांव में दहशत है. पुलिस कैंप कर रही है. ग्रामीण रात भर जागकर गुजार रहे हैं.

2011 में भी उड़ाया था मकान

बताया गया कि अनुज सिंह के मकान के ही सामने 2011 में विधानसभा चुनाव के दौरान उदय नारायण चौधरी (पूर्व विधानसभा अध्यक्ष) के करीबी जनार्दन राय का मकान भी उड़ा दिया गया था. घटना 3 मार्च 2011 को हुई थी. नक्सली उनकी मार्शल गाड़ी लेकर चले गए थे और रास्ते में फूंक दिया था.

इंस्पेक्टर को हटाने की मांग की

गुरुवार की सुबह पूर्व एमएलसी अनुज सिंह पत्नी के साथ गांव पहुंचे. उन्होंने बताया कि किसी प्रकार की लेवी की मांग नहीं की गई है. 25 मई 2016 को पंचायत चुनाव के दौरान लोजपा नेता और काचर के पूर्व मुखिया माया देवी के पति सुदेश पासवान और उनके भाई सुनील की हत्या कर दी गई थी. अनुज को पत्र देकर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी गई थी. पूर्व एमएलसी ने डुमरिया इंस्पेक्टर को हटाने की मांग की.

नक्सलियों ने कायराना हरकत की है. लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न होगा. माओवादियों के दिन अब नहीं रहे. सुरक्षा बल निपटने को तैयार हैं.

-अरुण सिंह, एसपी, अभियान