--KGMU में शनिवार को भी जारी रही ऑक्सीजन सिलेंडर की किल्लत

- VC ने लगाई सीएमएस व अन्य डॉक्टरों को कड़ी फटकार

- लोगों ने लगाया घूस लेकर सिलेंडर और रेगुलेटर देने का आरोप

LUCKNOW: केजीएमयू के पल्मोलरी मेडिसिन विभाग में शनिवार को दूसरे दिन भी ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी के कारण हंगामा हुआ। पेशेंट्स को सिलेंडर नहीं मिले। इस कारण कइयों की हालत बिगड़ गई। उधर, तीमारदार पल्मोनरी मेडिसिन विभाग से लेकर अधिकारियों तक चक्कर लगाते रहे। तीमारदारों ने केजीएमयू प्रशासन से इसकी लिखित शिकायत भी की।

जरूरत 150 सिलेंडर्स की

वहीं, केजीएमयू में फ्राइडे को मात्र 25 सिलेंडर मरीजों को राहत नहीं दे सके। पल्मोनरी मेडिसिन विभाग में सांस से सम्बंधित मरीज होने के कारण सबसे ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडरों की जरुरत पड़ती है। हालांकि, बढ़ती समस्या देखकर केजीएमयू प्रशासन ने देर शाम तक 100 सिलेंडर की आपूर्ति कराई, जबकि विभाग में 150 से ज्यादा सिलेंडर्स की रोजाना जरुरत होती है। मरीज को परेशान होता देख कई मरीजों के परिजन स्टोर तक ऑक्सीजन सिलेंडर लेने पहुंच गए। कर्मचारियों द्वारा मना करने केबाद परिजन विभाग से एक वार्ड ब्वॉय को लेकर कर स्टोर गए और सिलेंडर लेकर आए। इससे तंग आकर कई परिजनों ने लिखित शिकायत दर्ज कराई।

लगाए आरोप

'पैसा दो और सिलेंडर लो.' पल्मोनरी मेडिसिन विभाग में सिलिंडर की कमी का कर्मचारियों ने नाजायज फायदा उठाया। सूत्रों के मुताबिक, जिन तीमारदारों ने कर्मचारियों को घूस दी उसे तुरंत सिलेंडर मिल गया। तीमारदारों ने कर्मचारियों पर आरोप लगाया कि ऑक्सीजन सिलेंडर से ज्यादा पैसा रेगुलेटर के लिए देना पड़ रहा है। जेब गरम करते ही ऑक्सीजन सिलेंडर रेगुलेटर सहित मिल जा रहा है। तीमारदारों ने बताया कि पैसा कमाने के लिए चक्कर में ही कर्मचारी सिलेंडर से रेगुलेटर निकाल कर ले रहे हैं।

VC ने फटकारा

केजीएमयू में वीसी प्रो। डीके गुप्ता ने संस्थान के सीएमस, विभागाध्यक्ष समेत पल्मोनरी विभाग के डॉक्टर्स के साथ बैठक की और जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि अगर सिलेंडर नहीं मिल पा रहा है तो मरीजों को उचित जानकारी दी जाए। वीसी के फटकारने पर चिकित्सा अधीक्षक जेडी रावत और विभागाध्यक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहे। समस्या को बढ़ता देख वीसी ने विभाग के डॉक्टर्स का कार्य विभाजित कर दिया है। विभागाध्यक्ष के साथ कई डॉक्टरों में कार्य विभाजन होने से समस्या कम हो सकती है।

कई सिलेंडर हो गए गायब

केजीएमयू के सूत्रों की मानें तो सिलेंडर की भारी किल्लत बड़ी संख्या में सिलेंडर गायब होने की है। कर्मचारी भी पता नहीं लगा पा रहे कि सिलेंडर गए कहां। चोरी हो गए या फिर कुछ विभागों में कर्मचारी जानकारी नहीं दे रहे हैं। इसी कारण जरुरत के मुताबिक विभागों को सिलेंडर उपलब्ध कराने में दिक्कत आ रही है।