RANCHI: राजधानी का सदर हास्पिटल लूट का अड्डा बनता जा रहा है। जहां मरीजों की डाइट पर एकबार फिर लूटने वालों की नजर है। मरीजों को तय चार्ट से कम ब्रेड परोसा जा रहा है। वहीं सब्जी में भी कद्दू और साग के अलावा अन्य सब्जियां मरीजों को नहीं मिल रही हैं। इसके बावजूद न तो मरीजों की डाइट की फिक्र डायटीशियन को है और न ही डाइट क्लर्क को। बताते चलें कि इससे पहले भी दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने मरीजों की डाइट में लूट की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसके बाद प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई थी।

प्रसूता की डाइट में भी चोरी

चार्ट के अनुसार, प्रसूता महिलाओं को 100 रुपए का डाइट हर दिन दिया जाना है। जिसमें हर मरीज को 200 ग्राम ब्रेड दिया जाना है। लेकिन सदर में 200 ग्राम का पाव सप्लाई किया जा रहा है। जिसमें कि छह पाव होते है। ऐसे में एक-एक मरीज को एक पाव पकड़ा दिया जाता है। जहां एक पाव का वजन मात्र 35 ग्राम है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कैसे प्रसूता महिलाओं के अलावा सामान्य मरीजों की डाइट का हक मारा जा रहा है। वहीं सामान्य मरीजों को भी 100 ग्राम की जगह 35 ग्राम ब्रेड ही परोसा जा रहा है।

सुपरस्पेशियलिटी व जेनरल में अलग-अलग डाइट चार्ट

सदर हास्पिटल सुपरस्पेशियलिटी और जेनरल हास्पिटल के मरीजों के लिए अलग-अलग डाइट चार्ट है। इसमें प्रसूता महिलाओं के लिए 100 रुपए का डाइट चार्ट है। जिसमें उन्हें पौष्टिक वाला आहार दिया जाना है। वहीं जेनरल हास्पिटल के मरीजों को 50 रुपए की डाइट दी जानी है। लेकिन हास्पिटल में किसी को तय चार्ट से डाइट ही नहीं मिल रही है।

डाइटीशियन की निगरानी में बंटना है खाना

हास्पिटल में एडमिट मरीजों को तीन टाइम का खाना दिया जाना है। इसके लिए मानिटरिंग की जिम्मेवारी डाइटीशियन को दी गई थी। इसके बावजूद डाइटीशियन को मरीजों की कोई परवाह नहीं है। और न ही वो मरीजों को दी जाने वाली डाइट को चेक करती हैं।

वर्जन

ऐसी तो कोई कंप्लेन फिलहाल नहीं मिली है। अगर डाइट में गड़बड़ी की जा रही है तो इस मामले को तत्काल देखा जाएगा। जहां तक ब्रेड में गड़बड़ी की बात है तो इसके लिए स्टाफ को व्यवस्था सुधारने को कहा जाएगा। साथ ही यह भी पता किया जाएगा कि किसकी लापरवाही से ऐसा हो रहा है।

-अनूप कुमार, डाइट प्रभारी, सदर अस्पताल