कानपुराइट्स को दस घंटे भी बिजली नहीं नसीब हुई। सुबह, दोपहर, शाम और रात चारों पहर पॉवर रोस्टरिंग की गई है। रही सही कसर लो फ्रीक्वेसी के कारण पॉवर कट्स ने पूरी कर दी। संंडे की देर रात से मंंडे की शाम 5 बजे तक सिटी के एक बड़े हिस्से में रहने वालों को लगातार एक घंटे भी लाइट नहींमिल सकी। कुल 14 घंटे बिजली गुल रही.

चार दिनों में दूसरी बार

पिछले चार दिनों में यह दूसरा मौका है जब यह पनकी पॉवर हाउस की 105 मेगावॉट की यूनिट फेल हुइ है। इससे बिजली संकट और गहरा गया है। मंडे की रात 10.30 तक करीब 8 घंटे बिजली कटौती हुई। लो फ्रीक्वेंसी, बे्रक डाउन और फॉल्ट के कारण सिटी को 6 घंटे से अधिक बिजली नहीं नसीब हुई। पॉवर क्राइसिस से परेशान बिजनेसमेन ने केस्को हेडक्वॉर्टर पर प्रोटेस्ट किया।

डेढ़ करोड़ खर्च और

पनकी पॉवर हाउस की तीन नंबर यूनिट की ओवरहॅालिंग पर करीब डेढ़ करोड़ रुपए खर्च किए गए। 14 जुलाई को 105 मेगावॉट पॉवर जेनरेशन कैपसिटी की यह यूनिट बंद की गई थी। 65 दिनों में इसकी ओवरहॉलिंग की जानी थी, मगर इसमें तय समय सीमा से अधिक टाइम लगा। पॉवर हाउस के अधीक्षण अभियन्ता बीके गुप्ता ने बताया कि संडे की रात 8 बजे करीब सुपर हीटर में लीकेज होने से जेनरेशन बंद हुआ. 

बढ़ गई power crisis

छह अक्टूबर की रात सुपर हीटर के ट्यूब में लीकेज होने से इस यूनिट से जेनरेशन बंद हो गया। फिर सैटरडे की सुबह जेनरेशन शुरू हो सका। संडे की रात फिर उसी जगह से लीकेज होने से पॉवर जेनरेशन ठप हो गया। इधर सिटी में पॉवर क्राइसिस और बढ़ गई है। मंडे की सुबह कानपुराइट्स की नींद बिजली गुल होने से टूटी। सुबह 5.20 बजे ही पॉवर रोस्टरिंग हो गई और 7 बजे के बाद लाइट आई। इससे वॉटर सप्लाई नहीं हो सकी। जलकल के ट्यूबवेल भी नहीं चल सके। लाइट न होने से घरों में लोगों के सबमर्सिबल पम्प तक नहीं चला सके। एक बार फिर दोपहर 12 बजे सिटी की बिजली गुल हो गई और दोपहर 2 बजे आई। कानपुराइट्स ने सोचा कि चलो अब तो सुकून की सांस लेंगे। मगर ऐसा नहीं हुआ। एक घंटे बाद ही फिर बिजली कटौती हो गई और शाम पांच बजे के बाद आई। रात 8.30 बजे फिर सिटी अंधेरे में डूब गई। केस्को चीफ इंजीनियर रवींद्र कुमार ने बताया कि रात 10.30 बजे तक की कटौती हुई है। ऐसा क्यों हो रहा है वो चुप्पी साध गए।

Substation बंद

सर्वोदय नगर सबस्टेशन से जुड़े मोहल्लों में तो दिन भर बिजली संकट बना रहा। सुबह रोस्टरिंग के बाद लाइट आई और 9 बजे के करीब इनकमर की सीटी फटने से पूरा सबस्टेशन बंद हो गया। फिर शाम तक सर्वोदय नगर सबस्टेशन से जुड़े एरियाज के लोगों को पॉवर क्राइसिस से ही जूझना पड़ा। इससे गुस्साए लोगों ने सबस्टेशन पर जमकर हंगामा किया। कुछ यही हाल इलेक्ट्रिसिटी पोल के टूटने से किदवई नगर वाई, के, एच ब्लाक व रिजर्व बैंक कालोनी में रहने वालों का हुआ। ग्र्रिड की फ्रीक्वेंसी 48.8 हर्ट्ज से नीचे आते ही रिले लगे होने की वजह से ऑटोमैटिक पॉवर कट होने लगा। आजाद नगर ग्र्रिड स्टेशन से जुड़े सर्वोदय नगर, काकादेव नवीन नगर, जवाहर नगर, जरीबचौकी, आलू मंडी कोपरगंज, चमनगंज, चीना पार्क, साइकिल मार्केट, मालरोड, इंद्रा नगर, बिठूर आदि सबस्टेशनों में लोगों को रात 1.30 बजे से शाम तक लगातार एक घंटे बिजली मिलना मुश्किल हो गई। इससे घरों, शॉप्स में लगे इनवर्टर फेल हो गए। यही हाल नौबस्ता, पनकी ग्र्रिड से जुड़े किदवईनगर, रिंग रोड, नौबस्ता, गोविंद नगर, आनंदपुरी आदि एरिया में रहा.  ट्रांसमिशन के एक्सईएन एससी पांडेय ने बताया कि अंडर फ्रीक्वेंसी की वजह से करीब 10 बार आजाद नगर ग्र्रिड स्टेशन ट्रिप हुआ। केस्को के चीफ इंजीनियर रविंद्र कुमार ने सिस्टम कंट्रोल लखनऊ मुख्य अभियंता को लेटर भेजकर पॉवर रोस्टरिंग व ट्रिपिंग की जानकारी दी है। उन्होंने नॉर्मल रोस्टरिंग के अलावा अंडर फ्रीक्वेंसी पर कटौती न करने का अनुरोध किया है.