-सी सैट के कारण हिंदी मोड से परीक्षार्थियों का रिजल्ट बेहतर

PATNA: संघ लोक सेवा आयोग यूपीएससी की मेंस की परीक्षा का रिजल्ट गुरूवार को आया। यह परीक्षा 28 सितंबर से सात अक्टूबर तक आयोजित की गई थी। इस बार करीब 800 सीटों के लिए यूपीएससी की परीक्षा हो रही है। इस परीक्षा की खास बात यह रही कि बीते तीन साल में हिंदी पट्टी के छात्रों का रिजल्ट बेहतर हुआ है। यह बात इस मायने में खास है कि सी सैट के प्रावधान के बाद से हिंदी पट्टी के परीक्षार्थियों का रिजल्ट आशानुकूल नहीं हो रहा था। इस बात को लेकर हिंदी मीडियम से यूपीएससी की तैयारी करने वालों में थोड़ी मायूसी थी। लेकिन गुरूवार के रिजल्ट ने इस बात को साबित कर दिया है कि हिंदी पट्टी के परीक्षार्थियों में इसे लेकर अब डर समाप्त हो गया है। अब वे इस पैटर्न को भी समझने लगे हैं। प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कराने वाले परीक्षा विशेषज्ञ डॉ एम रहमान ने कहा कि तीन साल के मेंस के रिजल्ट पर यदि नजर दौड़ाएं तो पता चलता है कि रिजल्ट इस बार बेहतर हुआ है। उन्होंनें कहा कि यह तीसरा सबसे बेहतर वर्ष है, जिसमें हिंदी पट्टी के छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया है।

क्यों रिजल्ट में हुआ बड़ा बदलाव

हिंदी पट्टी के परीक्षार्थियों का रिजल्ट बेहतर होने का कारण हाल में पैटर्न में बदलाव लाना है। पहले जहां सीसैट के लिए और दो आप्शनल सब्जेक्ट का बोझ होता था वह अब ऐसा नहीं रह गया। अब केवल एक आप्शनल पेपर रह गया। इसके अलावा जीएस में 1000 अंकों का होना भी इसके लिए सकारात्मक कारण बना। जबकि आप्शनल में 600 अंकों के दो आप्शनल पेपर की बजाय 500 अंकों का एक ही आप्शनल पेपर होना है। कुलमिलाकर इसमें तैयारी की मेहनत में थोड़ी कमी आयी।

पर्सनालिटी टेस्ट 4 को

यूपीएससी ने सूचना जारी करते हुए बताया है कि मेंस में पास कैंडिडेट को चार फरवरी को आयोजित किया जाएगा। आठ जनवरी से इसके लिए ई सम्मन लेटर डाउनलोड किया जा सकता है।