JAMSHEDPUR: होली की छुट्टियों के बाद मंगलवार को कॉलेज खुलते ही हंगामा स्टार्ट हो गया। को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्रिंसिपल के पोस्ट से डॉ आरके दास को हटाए जाने और वीमेंस कॉलेज की प्रोफेसर इंचार्ज डॉ सुमिता मुखर्जी को हटाए जाने क विरोध अभी भी जारी है। को-ऑपरेटिव कॉलेज में एक और दिन हंगामे के नाम रहा। डिफरेंट स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन से जुड़े छात्र नेता पहुंचे और एक बार फिर वही हुआ जो पिछले कुछ समय से कॉलेज कैंपस में होता आ रहा है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने इस बार प्रिंसिपल चैंबर में तोड़फोड़ किया। कुर्सी-टेबल तोड़ डाले। बार-बार हो रहे हंगामे के बाद प्रिंसिपल सख्त हुए और कहा कि अब किसी ने तोड़फोड़ की तो उसे छोड़ा नहीं जाएगा।

पहले माफी मांगी अौर फिर

को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ एसएस रजी ने कहा कि उनके पास एबीवीपी और एनएसयूआई के कुछ लड़के आए और एबीवीपी कार्यकर्ता ने उनसे गलती के लिए माफी मांगी। उसके कुछ ही देर बाद एबीवीपी के कुछ कार्यकर्ता आए और उन्होंने प्रिंसिपल से जबरदस्ती माफी मंगवाने और गुंडों को बुलाने की बात कही और इसी के साथ तोड़फोड़ शुरू कर दी। जबतक में प्रिंसिपल कुछ बोलते, चैंबर की कुर्सियां और टेबल का ग्लास टूट चुका था।

मैं कहीं नहीं, उनके आपस की लड़ाई है

कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ एसएस रजी का कहना है कि पिछले दिनों से जो कैंपस में हंगामा चल रहा है उसमें उनका कोई रोल नहीं। उनका कहना था कि यह सब स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशंस से जुड़े लोगों की आपस की लड़ाई है। उन्होंने एक बात साफ कहा कि अब आगे अगर प्रिंसिपल चैंबर या कैंपस में कहीं भी तोड़फोड़ की जाएगी तो सख्ती से काम लिया जाएगा और ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सारी जानकारी वीसी को भी दे दी है।

बिना आई कार्ड क्लास में एंट्री नहीं

को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ एसएस रजी ने कहा कि कैंपस का माहौल सुधारने के लिए पहल की गई है और टीचर्स को कह दिया गया है कि बिना आई कार्ड के स्टूडेंट्स को क्लास में एंट्री न दी जाए। उनका कहना था कि इसके लिए सभी डिपार्टमेंट्स को नोटिस जारी कर दी गई है।

एबीवीपी से जुड़ा एक लड़का पहले आकर मुझसे माफी मांगी और कहा कि पहले जो भी हुआ उसके लिए शर्मिदा है। उसके कुछ ही देर एबीवीपी के कुछ कार्यकर्ता आए और चैंबर में तोड़फोड़ की। ये उनकी आपस की लड़ाई है। मैंने सारी जानकारी वीसी को दे दी है। अब अगर किसी ने तोड़फोड़ की तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।

- डॉ एसएस रजी, प्रिंसिपल को-ऑपरेटिव कॉलेज

मुझे पता चला कि एबीवीपी के कुछ कार्यकर्ताओं के साथ एनएसयूआई और जेसीएम के कार्यकर्ताओं ने गलत व्यवहार किया और उसका चश्मा छीना, मोबाइल भी छीनने की कोशिश की। डॉ रजी गुंडागर्दी को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने ही जेसीएम और एनएसयूआई वालों को बुलाया था।

- रविप्रकाश, एबीवीपी

एबीवीपी वाले जो बोल रहे हैं उसमें सच्चाई नहीं है। हालांकि मैं वहां पर नहीं था पर पता चला है कि एनएसयूआई वालों ने कुछ नहीं किया था।

- हरेराम टुडू, एनएसयूआई