LUCKNOW(8 Sept): लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन (एलएमआरसी) में उस समय हड़कंप मच गया जब अधिकारियों को पता चला कि मवैया के पास एक बार फिर मेट्रो चलते-चलते अचानक खड़ी हो गई। मवैया मेट्रो स्टेशन के पास शुक्रवार को फिर मेट्रो में इमरजेंसी ब्रेक लग गए और सभी दरवाजे लॉक हो गए। ऐसे में ट्रैक पर एक घंटे तक खड़ी मेट्रो को ठीक करने के जब सभी प्रयास नाकाम हो गए तो दूसरी मेट्रो से टोचिंग कर इसे ले जाया गया। ट्रेन में मौजूद यात्रियों को मवैया मेट्रो स्टेशन पर उतारा गया। एक घंटे तक कैद रहे यात्री जब ट्रेन से बाहर निकले तो उनकी सांस में सांस आई। उधर, एलएमआरसी के अधिकारियों ने इस घटना की जानकारी होते ही यहां पर मीडिया की एंट्री बंद कर दी और इस पर पर्दा डालना भी शुरू कर दिया।

 

- 1200 यात्री थे मौजूद

- 6.40 PM बजे पर मेट्रो में लगे ब्रेक

- 1 घंटे बाद यात्रियों को निकाला बाहर

- 6 सितंबर को भी खराब हुई थी मेट्रो


1200 यात्री थे मौजूद

मवैया के पास मेट्रो में आई खराबी के चलते इसमें इमरजेंसी ब्रेक शाम को 6.40 पर लग गए। ट्रेन में 1200 से अधिक यात्री मौजूद थे। मवैया के पास अचानक ट्रेन के खड़े होने से यात्री हैरान हो गए। पहले तो यात्रियों ने ट्रेन चलने का इंतजार किया, लेकिन जब ट्रेन नहीं चली तो उन लोगों ने अपने परिजनों को फोन मिलाने शुरू कर दिए। ट्रेन के दरवाजे खुलता ना देख कर यात्री परेशान होने लगे। देखते-देखते यात्रियों का धैर्य जवाब दे गया और ट्रेन में चीख पुकार मच गई। मवैया के पास खड़ी इस मेट्रो में हंगामा बढ़ते देख एलएमआरसी ने करीब एक घंटे बाद यात्रियों को बाहर निकाला। मवैया में यात्रियों को उतारने के बाद इस ट्रेन को टोचिंग कर टीपी नगर ले जाया गया.

 

डिपो में किया खड़ी

ट्रेन ठीक उसी जगह खराब हुई थी जहां पर छह सितंबर को ट्रेन में अपने आप ब्रेक लगे थे। ट्रेन में एलस्टॉम कंपनी के इंजीनियर मौजूद थे और उन्होंने ट्रेन के खराब होने पर उसे ठीक करने की काफी कोशिश की, लेकिन ट्रेन को ठीक नहीं कर सके। ऐसे में अब इस ट्रेन को डिपो में ले जाकर खड़ा कर दिया गया है। बताते चलें जिस दिन मेट्रो का कामर्शियल रन शुरू हुआ, उसी दिन सुबह से समय एक मेट्रो दुर्गापुरी और मवैया स्टेशन के बीच फंस गई थी। लगभग दो घंटे तक फंसी इस ट्रेन को चलाने में नाकाम रहे एलएमआरसी ने यात्रियों को इमरजेंसी गेट के बाहर निकाला था। इस दौरान जहां यात्री बेहोश हो गए थे। वहीं छोटे बच्चे रोने लगे थे। अभी पिछली ट्रेन खड़े होने के मामले की जांच भी पूरी नहीं हो पाई थी कि शुक्रवार की शाम को एक और मेट्रो में इमरजेंसी ब्रेक लगने से ट्रेन में मौजूद यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।

 

मेट्रो में किसी तरह की कोई खराबी नहीं आई। मवैया के पास 15 मिनट तक खड़ी रही मेट्रो को सिग्नल नहीं मिला था, लेकिन सिग्नल मिलते ही ट्रेन को रवाना कर दिया गया। कहीं किसी तरह का कोई फाल्ट नहीं था।

अमित श्रीवास्तव, पीआरओ, एलएमआरसी

 

फिर शुरू किया संचालन

एलएमआरसी के अनुसार शुक्रवार को सुबह उस ट्रेन का संचालन फिर से शुरू कर दिया गया जो कि छह सितंबर को खराब हुई थी। ट्रेन में आई खराबी की जांच रिपोर्ट अब तक नहीं बनी है। इसके बावजूद इस ट्रेन में यात्रियों को बैठाकर इसका संचालन शुरू कर दिया गया है।