31 दिसंबर तक मान्यता के लिए नए स्कूलों की लिस्ट अपलोड करनी थी, अब तक कहीं से रिपोर्ट नहीं आई

ALLAHABAD: यूपी बोर्ड के लिए एक बार फिर प्रदेश के डीआईओएस की लापरवाही मुसीबत बन गई है। परीक्षा केन्द्रों के निर्धारण में लापरवाही के बाद अब नए स्कूलों की मान्यता के पहले जांच रिपोर्ट को समय से भेजने में भी जमकर लापरवाही की गई है। बोर्ड ने सभी जिलों के डीआईओएस को निर्देश दिया था कि वे मान्यता के लिए जिलों में अप्लाई करने वाले स्कूलों का भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट 31 दिसंबर तक हर हाल में बोर्ड को भेज दें। लगातार रिमाइंडर के बाद भी ये काम अब तक पूरा नहीं हुआ है।

हजारों स्कूलों ने किया है अप्लाई

यूपी बोर्ड से मान्यता के लिए सभी जिलों से हजारों की संख्या में आवेदन आए थे। भौतिक सत्यापन रिपोर्ट के अभाव में सबकी फाइल लटकी हुई है। हकीकत ये है कि अब तक 50 से अधिक जिलों की रिपोर्ट नहीं आई है। इससे अगले माह होने वाली बोर्ड की मान्यता समिति की मीटिंग में भी इन स्कूलों को मान्यता देने का मामला खटाई में पड़ सकता है। डीआईओएस इलाहाबाद सत्य नारायण विश्वकर्मा ने बताया कि जिलों के नव निर्मित स्कूलों के भवनों की रिपोर्ट तैयार है। शीघ्र ही बोर्ड को भेज दिया जाएगा।

सूबे में 3697 स्कूलों ने मान्यता के लिए आवेदन किया है। इसमें अभी तक आधे से भी कम जिलों की रिपोर्ट ही बोर्ड तक पहुंची है। ज्यादातर जिलों के डीआईओएस ने डेट बढ़ाने के लिए पत्र लिखा है। इसे शासन को भेज दिया गया है।

नीना श्रीवास्तव

सचिव, यूपी बोर्ड