नाम - राजीव कुमार पुत्र गिरवल
निवासी - मुलसन थाना दोघट
जिला - बागपत
उम्र - 28 साल
मुकदमें - 28
शिक्षा - ग्रेजूएट
आरोप - हत्या, लूट, डकैती, रोड होल्ड अप, चोरी, अपहरण

ऐसे पकड़ा शातिर
मुखबिर की सूचना पर कंकरखेड़ा पुलिस ने एक सुपारी किलर की तलाश शुरू की। यह बदमाश पुलिस को डिस्कवर बाइक पर आता नजर आया। पुलिस ने रोकने की कोशिश की मगर कट मारकर यह बदमाश निकल भागा। पुलिस ने उसका पीछा किया। मुरलीपुर के जंगल में बदमाश की बाइक एक पेड़ से टकराई और गिर गया। पुलिस ने दौड़कर दबोच लिया.

ये है बदमाश
पकड़ा गया बदमाश राजीव पुत्र गिरवल है। बागपत के थाना दोघट क्षेत्र में मुलसन का रहने वाला है। इसकी उम्र 28 साल है और इस पर अब तक 28 मुकदमे दर्ज हैं। 28 अक्टूबर को ही जेल से छूटकर बाहर आया है। और अब यह बागपत में एक पूर्व चैयरमेन सोमपाल राठी का कत्ल करने जा रहा था। इसके बाद बागपत के ही मांगेराम नाम के व्यक्ति का कत्ल करने का इरादा था। पकड़े जाने के बाद इसका इरादा फेल हो गया। इस बदमाश की हिस्ट्रीशीट लंबी है.

ठाकुर अमरपाल मर्डर में थी तलाश
पुलिस के अनुसार ठाकुर अमरपाल मर्डर केस में राजीव की तलाश एसटीएफ और पुलिस को थी। माना जा रहा था कि राजीव भाड़े का शूटर है और हत्या में शामिल हो सकता है। मगर यह शातिर खिलाड़ी ने पकड़े जाने से पहले ही एक केस में जमानत तुड़वाकर गाजियाबाद से जेल चला गया था। वहीं ठाकुर अमरपाल केस में आजतक कोई खास खुलासा नहीं हुआ। इसके बाद भी इस शातिर बदमाश ने कई वारदातों को अंजाम दिया। बागपत में राजीव ने गिरफ्तारी के लिए दबिश को आई पुलिस के एक दरोगा और सिपाही को गोली मारकर फरार हो गया था.

बदमाश की हिस्ट्रीशीट

पुलिस के अनुसार इस शातिर बदमाश की हिस्ट्रीशीट लंबी है। 2003 में यह बदमाश बागपत में लूट के पहले केस में शामिल था। 2007 में कंकरखेड़ा में इसके पास से पिस्टल बरामद की गई थी। 2008 में राजीव ने बस में एक व्यापारी से 46 लाख रुपए लूटे थे। एक दरोगा और डीटीसी बस के कंडक्टर को गोली मार दी थी। दोनों की हत्या करने के बाद कैश लूटकर फरार हो गया था.

सुपारी नहीं देने वाले का करता मर्डर
बताया गया कि बागपत के मांगेराम नाम के व्यक्ति ने इसको बागपत के नीटू की छह लाख रुपए सुपारी देने के लिए कहा था। नीटू का कत्ल होने के बाद उसमें नामजद कोई दूसरा हो गया और जेल चला गया। मगर राजीव को मांगेराम ने सुपारी के पूरे पैसे नहीं दिए थे। बुलंदशहर जेल में बंद नरेंद्र राठी हाल में कचहरी आया था। जहां उसकी मुलाकात राजीव से हुई थी और पूर्व चैयरमेन सोमपाल के कत्ल की बात दस लाख रुपए में हुई थी। इस मर्डर के एक हफ्ते बाद वह मांगेराम का कत्ल करता, जिसने उसके सुपारी के पूरे पैसे नहीं दिए थे.

यहां है इसका आतंक
पकड़े गए इस शातिर बदमाश का आतंक दिल्ली, बागपत, गौतमबुद्ध नगर और मेरठ में है। राजीव ने चार हत्याएं कीं। मगर वह तीन ही मामलों में जेल गया। एक मामले में दूसरे लोग जेल चले गए थे। इस पर लूट के ग्यारह मुकदमें दर्ज हैं। गैंगस्टर और चोरी के भी कई मुकदमे हैं। राजीव दस हजार का ईनामी भी रह चुका है। राजीव ने दूरदर्शन के एक पत्रकार का किडनेप भी किया था। अब इसकी रंजिश मांगेराम से थी। जिसको मारना इसका मकसद भी था.

"यह एक शातिर बदमाश है। जिस पर 28 मुकदमे हैं। यह दो हत्याएं करने जा रहा था। जब पकड़ा गया तो इसके पास से लोडेड तमंचा मिला था। कई बार पुलिस पर हमला कर चुका है। किसी तरह पकड़ लिया गया."
 - महावीर सिंह, एसओ कंकरखेड़ा