RANCHI : डॉ। श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी गुरुवार को अस्तव्यस्त रहा। एबीवीपी ने कैंपस में कुछ लोगों द्वारा भड़काऊ बातें कहे जाने के विरोध में धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होने जहां सुबह 10 से दोपहर 2.30 बजे तक वीसी चैंबर के गेट पर ताला जड़ने के साथ मेन गेट पर धरने पर बैठ गए। इतना ही नहीं, उन्होंने वीसी वाहन के नंबर प्लेट पर भी कालिख पोत विरोध जताया। इसके उपरांत वीसी डॉ सत्यनारायण मुंडा और डीएसडब्ल्यू डॉ नमिता सिंह के साथ वार्ता के दौरान प्रदर्शनकारियों ने भड़काने वाली बात कहने वाले टीचर को सस्पेंड करने व स्टूडेंट यूनियन प्रेसिडेंट के खिलाफ 48 घंटे के अंदर एक्शन लेने का अल्टीमेटम दिया।

तेज होगा आंदोलन

सेंट्रल यूनिवर्सिटी कैंपस प्रमुख मोनू शुक्ला ने कहा कि यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन 48 घंटे के अंदर दोषियों पर अविलंब कार्रवाई करें, वरना आंदोलन को तेज किया जाएगा। इस अवसर पर छात्र संघ के सचिव भागवत कुमार, विश्वविद्यालय संयोजक राहुल राय, विश्वविद्यालय मंत्री गणेश यादव, महानगर मंत्री कृष्णा मिश्रा, मुक्ता कुमारी, कुमार दुर्गेश, विशाल सिंह, स्वर्णिम स्वरूप, ऋषभ कुमार, विपुल मिश्रा सहित कई छात्र-छात्राएं मौजूद थीं।

क्या है पूरा मामला

इस अवसर पर अभाविप के प्रदेश सह मंत्री दीपेश कुमार ने कहा कि 6 फरवरी बुधवार को यूनिवर्सिटी कैंपस में इस यूनिवर्सिटी के छात्र संघ के अध्यक्ष एवं दर्शनशास्त्र के दो प्रोफेसरों द्वारा जाति विशेष के खिलाफ नारे लगाए गए। ऐसा कर यूनिवर्सिटी को अशांत करने का प्रयास किया गया। ऐसे लोगों पर विवि प्रशासन को अनुशासनात्मक कार्रवाई करनी चाहिए।