- बुधवार की रात लूट का विरोध करने पर गोली मार कर दी गई थी व्यापारी की हत्या

- जाम लगाकर दो घंटे नारेबाजी, पुलिस ने दिया चौबीस घंटे में कार्रवाई का आश्वासन

- मृतक आश्रितों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए शासन को भेजी जाएगी रिपोर्ट

- पब्लिक के साथ पुलिस की तीखी नोकझोक, दो घंटे के बाद वापस लौटे व्यापारी नेता

Meerut: कंकरखेड़ा में देर रात पत्नी से चेन लूटने का विरोध करने पर बदमाशों द्वारा व्यापारी की गोली मारकर हत्या करने और एक अन्य व्यापारी को घायल करने का मामला तूल पकड़ रहा है। गुरुवार को व्यापारी एकजुट होकर कंकरखेड़ा थाने पहुंच गए और पुलिस की निष्क्रियता के खिलाफ थाने के बाहर जाम लगाकर हंगामा किया और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। साथ ही पीडि़त परिवार को सहायता सरकार से दिलाने की मांग रखी। आधा घंटे लगे जाम के बाद थाने का घेराव कर लिया। काफी देर चले हंगामे के बाद ही मामला शांत हो सका।

क्या था मामला

कंकरखेड़ा के शिवलोक कॉलोनी के रहने वाले वीरेंद्र सिंघल पुत्र मंगत राम बुधवार रात अपनी पत्नी उषा व अपने बेटी और दामाद मीनाक्षी और अश्वनी के साथ शादी में गोयल मैरिज होम गए थे। शादी से लौटकर चारो घर आ रहे थे। इसी बीच बदमाश आया और उषा से चेन लूटने की कोशिश की। इस दौरान वीरेंद्र सिंघल बदमाश को पकड़ने के लिए भागे तो बदमाश ने वीरेंद्र सिंघल के सिर में गोली मार दी। विरोध में अश्वनी को भी गोली मारकर घायल कर दिया था। लहूलुहान हालत में दोनो को निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां वीरेंद्र की मौत हो गई जबकि अश्वनी घायल चल रहा है।

फूटा गुस्सा, लगा दिया जाम

भाजपा नेता एवं व्यापारी नेता नीरज मित्तल एवं गुल्लू ठाकुर काफी संख्या में व्यापारियों को लेकर थाने के बाहर पहुंच गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर जाम लगा दिया। इस दौरान एसओ ने जाम हटाने का प्रयास किया, लेकिन व्यापारी नहीं माने और आरोपियों को गिरफ्तार कर पीडि़त परिवार को आर्थिक सहायता सरकार से दिलाने के लिए मांग की। इस दौरान एसपी सिटी ओमप्रकाश भी मौके पर पहुंच गए और व्यापारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन व्यापारी नहीं माने और हंगामा करते रहे। आधा घंटे लगे जाम के बाद व्यापारियों ने जाम खोल दिया।

थाने का किया घेराव, नेता भी पहुंचे

जाम खुलने के बाद कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल, संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता, विनीत अग्रवाल, पार्षद सहंसर पाल भी मौके पर पहुंच गए और हंगामा करना शुरू कर दिया। इस दौरान नवीन गुप्ता ने कहा कि व्यापारी न घर में सुरक्षित नहीं है न ही सड़कों पर सुरक्षित है। ऐसे में बदमाश वारदात को अंजाम देकर आम पब्लिक का उत्पीड़न कर रहे है। बदमाशों के बुलंद हौसले कब तक सहन किए जाएंगे? इस पर पुलिस अधिकारी पर जवाब नहीं बना। एडीएम सिटी एसके दूबे, एसीएम सदर राम भरत तिवारी और सीओ स्वर्णजीत कौर ने केस खोलने का आश्वासन दिया, तब भी व्यापारी नहीं माने। जब आर्थिक सहायता देने के साथ ही कातिल को पकड़ने का आश्वासन दिया तब व्यापारी माने और थाने से चले गए। दो घंटे तक थाने में गहमागहमी और पुलिस ने तीखी नोकझोक चलती रही। इस दौरान देवेंद्र गोयल, संजय गर्ग, नरेंद्र चौधरी, बंटी बहल, मदन गुप्ता जोनी, ज्योति वाल्मीकि, अंकित गुप्ता, गुरशरण रस्तोगी, मनोज गर्ग, मिंटू आदि मौजूद रहे।

सड़क पर नहीं दिखती पुलिस

नवीन गुप्ता ने एसपी सिटी से कहा कि सड़कों पर पुलिस नहीं दिखती, जो बढ़ती घटनाओं का कारण है। ऐसे में आम पब्लिक का जीना मुहाल हो गया है। आप प्लान बनाओ और चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात कर शहर को सुरक्षा प्रदान करो तब घटनाओं पर लगाम लगेगा।

बंद रहा कंकरखेड़ा में बाजार

हत्या के विरोध में व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान भी बंद रखे, जिसके चलते पुलिस प्रशासन पर और अधिक दबाव बन गया। गुरुनानक बाजार, तिलक चौक स्थित छोटा बाजार, बड़ा बाजार, सरधना रोड पर बने बाजार सभी बंद रहे। बाजार बंद होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

खूब हुई नोकझोक

थाने में घेराव को हुए दो घंटे हो गए थे। एसपी सिटी ओमप्रकाश का भी पारा हाई हो गया था। इस दौरान व्यापारियों और एसपी सिटी की तीखी नोकझोक भी हुई। पुलिस से धक्कामुक्की तक की नौबत आ गई। प्रशासनिक अधिकारियों ने आश्वासन दिया उसके बाद व्यापारी माने और वापस आ गए।