- नगर निगम के जोन तीन कार्यालय पर कर्मचारी का फूटा आक्रोश

- पार्षद पर कर्मचारी से गाली गलौज करने का आरोप

- कर्मचारी ने पार्षद के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत

LUCKNOW: सोडियम लाइट लगाने को लेकर नगर निगम के जोन तीन कार्यालय में कर्मचारी और लोहिया नगर वार्ड के पार्षद आपस में भिड़ गए। पार्षद के गाली गलौज करने पर कर्मचारी आक्रोशित हो गए। आक्रोशित कर्मचारियों ने जोन कार्यालय के बाहर पार्षद के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। आक्रोशित कर्मचारियों के गुस्से के कहर से बचने के लिए पार्षद ने जोन अफसर के कक्ष में शरण ली। गुस्साएं कर्मचारियों ने पार्षद के वाहन में भी तोड़-फोड़ की।

गाली गलौज करने पर भड़का गुस्सा

लोहिया नगर वार्ड के पार्षद अखिलेश गिरी सैटर्डे को नगर निगम के जोन तीन स्थित कपूरथला कार्यालय गए थे। उन्होंने मार्ग प्रकाश विभाग के लाइन मैन लवलेश द्विवेदी से सोडियम लाइट लगाने के लिए कहा। वहां मौजूद अवर अभियंता आर.पी जोशी और लिपिक राकेश सिंह भी मौजूद थे। लाइन मैन के हीलाहवाली करने पर पार्षद अखिलेश ने तत्काल लाइट लगाने के लिए दबाव बनाया। जिस पर दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हो गई। कर्मचारियों का आरोप है कि पार्षद ने गाली गलौज शुरु कर दी। जिससे कर्मचारी भड़क गए।

जोनल अफसर के कमरे में ली शरण

कर्मचारी और पार्षद के बीच कहासुनी ने तूल पकड़ी ली। धीरे-धीरे विवाद की स्थिति पैदा हो गई। जोनल ऑफिस के कर्मचारी जमा हो गए। मामला बिगड़ते देख पार्षद जोनल अफसर विनय प्रताप सिंह के ऑफिस में पहुंच गए। जहां कर्मचारियों ने घेराव भी किया। इस दौरान गुस्साएं कर्मचारी ऑफिस के बाहर रोड पर आ गए और वहां पार्षद के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोप है कि गुस्साएं कर्मचारियों ने पार्षद की स्कूटी पर भी पथराव कर तोड़ने का प्रयास किया। सूचना पाकर अलीगंज थाने की पुलिस फोर्स भी मौके पर पहुंच गई।

कर्मचारी ने पार्षद के खिलाफ की शिकायत

पार्षद अखिलेश गिरी के घेराव और हंगामे की जानकारी पाकर पार्षद रंजित सिंह, मुन्ना सिंह, सुरेश अवस्थी भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस और पार्षदों की निगरानी में पार्षद अखिलेश गिरी को बाहर निकाल कर सुरक्षित ले जाया गया। वहीं कर्मचारियों ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की है। संविदा कर्मचारी ने अलीगंज थाने में पार्षद अखिलेश गिरी के खिलाफ लिखित शिकायत की है। पार्षद मुकेश सिंह चौहान ने कहा इस मामले में कर्मचारियों की शिकायत नगर आयुक्त से की जाएगी और जांच कर कार्रवाई की मांग भी की है।