पिछले कुछ सालो में बतौर निर्माता-निर्देशक ‘कुछ कुछ होता है’, ‘कभी ख़ुशी कभी ग़म’, ‘कभी अलविदा न कहना’, ‘माई नेम इज़ ख़ान’, और ‘दोस्ताना’ जैसी रोमांटिक या प्रेम कहानी पर आधारित फ़िल्में बनाने वाले करण जौहर का इशारा फ़िल्म में हिंसा और ऐक्शन की ओर है।

करण के पिता, निर्माता-निर्देशक यश जौहर ने 1990 में अग्निपथ बनाई थी जिसका निर्देशन मुकुल आनंद ने किया था। फ़िल्म बदले की कहानी थी जिसमें अमिताभ बच्चन एक गैंगस्टर बने थे और इसमें काफ़ी हिंसा थी। अब करण इस फ़िल्म का रीमेक बना रहे हैं। फ़िल्म के निर्देशक नवोदित करण मल्होत्रा हैं।

सोमवार को मुम्बई में नई ‘अग्निपथ’ के फ़र्स्ट लुक के लॉन्च के मौके पर करण जौहर ने माना कि इस फ़िल्म के साथ उनकी कंपनी, धर्मा प्रोडक्शन, रोमांस से हटकर अलग तरह की फ़िल्म बना रही है।

उनका कहना था, “मैं कभी भी इस तरह की फ़िल्म का निर्देशन नहीं कर सकता था। मेरी फ़िल्मों में ऐक्शन का सिर्फ़ एक ही वाक्या रहा है जब ‘कभी ख़ुशी कभी ग़म’ में अमिताभ बच्चन हृतिक रोशन को थप्पड़ मारते हैं। ऐक्शन या हिंसा की बात करें तो अग्निपथ के रीमेक में एक थप्पड़ से कहीं ज़्यादा हिंसा है। लेकिन जब से मैं 1998 में धर्मा प्रोड्क्शन से जुड़ा हूं, हमने ऐसी फ़िल्म नहीं बनाई है। मैं उम्मीद करता हूं कि करण मल्होत्रा जैसे और भी निर्देशक धर्मा प्रोड्क्शन के लिए फ़िल्में बनाएं ताकि हमारी कंपनी सभी तरह का फ़िल्में बनाए.”

नई फ़िल्म में अमिताभ बच्चन का किरदार, विजय दीनानाथ चौहान, हृतिक रोशन और डैनी डैंगज़ोगपा का किरदार, कांचा चीना, संजय दत्त निभा रहे हैं.लेकिन करण जौहर और निर्देशक करण मल्होत्रा की माने तो नाम के अलावा नई और पुरानी अग्निपथ में कोई समानता नहीं है। निर्देशक करण मल्होत्रा कहते हैं, “फ़िल्म का प्लॉट वही है। ये फ़िल्म भी पुरानी फ़िल्म की ही तरह मांडवा में शुरु होकर वहीं ख़त्म होती है। लेकिन उसके अलावा सब कुछ नया और अलग है.”

करण जौहर भी कहते हैं कि उनकी फ़िल्म पुरानी अग्निपथ का रीमेक नहीं है। उन्होंने कहा, “ये फ़िल्म मुकुल आनंद और यश जौहर को हमारी श्रृद्धाजंलि है। अमिताभ बच्चन उन लोगों में से हैं जिन्हें मैं सबसे पहले फ़िल्म दिखाना चाहूंगा और मुझे यक़ीन है कि उन्हें ये फ़िल्म ज़रूर पसंद आएगी.”

हृतिक रोशन कहते हैं कि जिस तरह से करण मल्होत्रा ने उन्हें फ़िल्म और रोल के बारे में बताया, उन्हें ये एक बिल्कुल नई फ़िल्म लगी जिसकी किसी भी पुरानी फ़िल्म से तुलना नहीं हो सकती।

वहीं संजय दत्त से जब पूछा गया कि वो अपने और डैनी डैंगज़ोंगपा के किरदार में कितनी समानता या फ़र्क देखते हैं, तो उन्होंने बहुत हल्के-फुल्के अंदाज़ में इसका जवाब कुछ यूं दिया, “मैं सिर्फ़ यही कहना चाहता हूं कि डैनी साहब के अग्निपथ में बाल थे, मेरे नहीं हैं.” इन दोंनो के अलावा फ़िल्म में ऋषि कपूर और प्रियंका चोपड़ा भी मुख्य भूमिकाओं में नज़र आ रहे हैं। ऋषि कपूर का किरदार पुरानी फ़िल्म में नहीं था। वो पहली बार एक पूरी तरह से नकारात्मक रोल में दिखेंगे।

अपने रोल के बारे में ऋषि कपूर का कहना था, “मुझे इस फ़िल्म में अपने लिए कोई रोल नहीं लगा था। मुझे लगा कि मुझे मिठुन चक्रवर्ती का रोल देना चाहते हैं। लेकिन ये रोल पूरी तरह करण मल्होत्रा का आयडिया है। जब उन्होंने मुझे रोल सुनाया तो मुझे लगा वो मुझसे मज़ाक कर रहे हैं। मैंने उनसे कहा कि मैं आपको किस तरह से इतना ख़राब आदमी दिखता हूं। मैं उनसे कहा कि अगर ये फ़िल्म नहीं चली तो वो सिर्फ़ मेरी वजह से होगा। लेकिन उनकी और करण जौहर दोंनो की ज़िद थी कि मैं ये रोल करूं.” नई 'अग्निपथ' में मिठुन चक्रवर्ती का किरदार नहीं है। फ़िल्म जनवरी 2012 में रिलीज़ होगी।

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