- पूर्व में कई संदिग्ध मूवमेंट सिटी में आ चुके हैं सामने

- होटल, स्मारक, मार्के ट आदि पर पुलिस की विशेष नजर

आगरा। लखनऊ में संदिग्ध आतंकी को मुठभेड़ में ढेर करने के बाद पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट है। उसके फरार साथियों की पुलिस तलाश कर रही है। संदिग्ध के घर से रेलवे का नक्शा और वीपंस मिले हैं। उससे बड़ी साजिश का अंदेशा बन रहा है। सिटी में भी पूर्व में संदिग्धों की मूवमेंट के कई मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में विशेष सतर्कता बरती जा रही है।

खुफिया विभाग हुआ सक्रिय

लखनऊ की घटना के बाद सिटी में खुफिया विभाग सक्रिय हो गया है। पुराने मामलों की जांच की जा रही है। गुप्त रूप से सिटी में संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। पुलिस चौराहों, मार्केट, होटल आदि में अभियान चला कर पुलिस चेकिंग करती दिखी। इसके अलावा खुफिया विभाग अन्य स्थानों पर नजर रखे हुए हैं। इनमें सिटी में कई स्थान ऐसे हैं, जहां खाली जगह पर लोग झुग्गी-झोपड़ी बनाकर रहने लगते हैं। ऐसे लोग खानाबदोश बन कर सड़क किनारे रहने लगते हैं। उनके बारे में जानकारी नहीं हो पाती है। सूत्रों की मानें तो खुफिया विभाग की नजर ऐसे लोग पर भी है।

रेलकर्मी को मिला था धमकी भरा पत्र

22 सितम्बर 2015 को कैंट पर दुर्घटना राहत वाहन कार्यालय पर रेलकर्मी अमर सिंह को एक पत्र दरवाजे पर पड़ा मिला था। पत्र में धमाके की धमकी पढ़ कर्मचारी के होश उड़ गए। पत्र हरे पेन से लिखा गया था। धमाके के स्थानों के बारे में भी बताया गया था। लिफाफे पर आईएसआई कमांडर मोहम्मद मिर्जा का नाम लिखा था।

पहले भी पकड़े जा चुके हैं संदिग्ध

सूत्रों के मुताबिक लखनऊ आतंकी साजिश की गूंज आगरा तक है। यहां पर ताज, आगरा किला आदि बड़े स्मारक हैं, जिनकी 24 घंटे चौकसी रहती है। सिटी में पूर्व में कुछ स्थानों पर बम मिल चुके हैं। एक बार धमाका भी हो चुका है। इसके अलावा संदिग्ध भी पकड़े जा चुके हैं।

प्याऊ पर लिखा था 'आईएस कम सून'

21 अगस्त 2015 को थाना कोतवाली की फुलट्टी बाजार स्थित प्याऊ पर 'आईएस कम सून' लिखा देख लोगों के दिल में दहशत बैठ गई थी। इस घटना के बाद से जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई थीं। एलआईयू अपनी पड़ताल में जुट गई थी।

आईएसआई एजेंट कर चुका है रेकी

27 नवम्बर 2015 को मेरठ में कैंट स्टेशन से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट इजाज को अरेस्ट किया गया। उसके पास से कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए। उसके पास से आगरा के रिकॉर्ड भी मिले हैं। सूत्रों की मानें तो छानबीन में निकल कर आया कि उसने आगरा में करीब दो महीने बिताए। ताजमहल व फतेहपुर सीकरी की रेकी की। छावनी का नक्शा भी मिला। उसने एक्सप्रेस-वे पर फाइटर जेट की लैंडिंग के दौरान भी रेकी की थी।