आई फॉलोअप

-लावारिस कार से बरामद डेटोनेटर्स को एक्सप‌र्ट्स की टीम ने किया चेक

- जांच के लिए सैम्पल लेकर लौट गई टीम, नष्ट करने दोबारा आएगी

KANPUR : जाजमऊ में लावारिस कार में मिले डेटोनेटर के जखीरे के मामले में कार और फैक्ट्री मालिक का तो पता चल गया है, लेकिन कार सवार दहशतगर्दो का अभी सुराग नहीं लग सका है। इधर, शुक्रवार को आगरा से एक्सपर्ट टीम ने एटीएस के साथ डेटोनेटर को चेक तो किया, लेकिन उन्होंने उसे अभी नष्ट नहीं किया है। उन्होंने डेटोनेटर की क्वालिटी को देखकर इसे दहशत फैलाने के लिए ही ले जाने का शक जताया है, लेकिन उन्होंने कुछ अभी आधिकारिक तौर पर बताने से मना कर दिया है। वहीं एक्सपर्ट टीम की राय से एटीएस को भी पक्का यकीन हो गया है कि दहशतगर्द ही चोरी-छुपे डेटोनेटर को लखनऊ ले जा रहे थे।

जमीन से खोदकर निकाला

आगरा टीम सुबह करीब साढ़े दस बजे पुलिस लाइन पहुंची थी। उनको डेटोनेटर के जखीरे को चेक कर उसे नष्ट करना था, लेकिन उन्होंने डेटोनेटर को नष्ट नहीं किया। बल्कि वे उसका सैम्पल लेकर आगरा चले गए। अब वे डेटोनेटर को नष्ट करने के लिए दोबारा शहर आएंगे। उनके पहुंचने के पहले आरआई ने जमीन में गड़े जखीरे को खोदकर बाहर निकलवाया था। टीम के जाने के बाद उनको वापस जमीन में दफना दिया गया।

पुलिस अब तक ख्ाली हाथ

डेटोनेटर के मामले में एटीएस के साथ ही पुलिस की टीमें भी जांच कर रही हैं, लेकिन उनके हाथ भी खाली हैं। सोर्सेज के मुताबिक एसएसपी ने तेजतर्रार इंस्पेक्टर और क्राइम ब्रांच को जांच में लगाया है, लेकिन उनके भी हाथ खाली हैं या ये कह सकते हैं कि वे एटीएस के भरोसे बैठे हैं। एसएसपी के अपडेट लेने पर वे उनको यह सफाई पेश कर देते हैं कि जब एटीएस को क्लू नहीं मिल रहा है तो उन्हें कहां से मिलेगा? पुलिस को अभी तक यकीन था कि उनको किसी न किसी सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से दहशतगर्दो की पहचान हो जाएगी, लेकिन वे किसी भी कैमरे में कैद नहीं हुए।

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जेल में रिकॉडर् खंगाला

एटीएस की जांच का दायरा जेल तक पहुंच गया है। सोर्सेज के मुताबिक एटीएस की एक टीम ने ऑफ द रिकॉर्ड जेल में बंद आईएसआई एजेंट और माओवादियों की मिलाई का रिकॉर्ड खंगाला है। उन्हें शक है कि दशहतगर्दो का जेल में बंद माओवादी या आईएसआई एजेंट से संबंध हो सकता है। हालांकि जेल अफसरों ने इससे इन्कार किया है।