ऑनलाइन डिग्री, मा‌र्क्सशीट में खामियों से असमंजस में स्टूडेंट्स

-डिग्री-मा‌र्क्सशीट हाथों में लिए लगा रहे विवि के चक्कर

-समस्या निस्तारण के नाम पर स्टूडेंट्स को दे रहे आश्वासन

आगरा। डॉ। भीमराव आम्बेडकर यूनिवर्सिटी के कारनामे अपने आप में ही निराले हैं। एक ओर तो जहां सैकड़ों स्टूडेंट्स डिग्री और मा‌र्क्सशीट पाने के लिए चक्कर लगाते रहते हैं तो वहीं अगर स्टूडेंट्स को मा‌र्क्सशीट मिल जाती है तो उसमें कई खामियां मिलती हैं। नतीजतन, डिग्री, मा‌र्क्सशीट में खामियों को लेकर स्टूडेंट्स असमंजस में हैं। हाथों में डिग्री, मा‌र्क्सशीट में संशोधन के लिए सैकड़ों स्टूडेंट्स कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। विश्वविद्यालय में एक वर्ष पहले ऑनलाइन व्यवस्था शुरू की गई, जिससे दूर-दराज से आने वाले स्टूडेंट्स को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। लेकिन यहां पर सुविधा के नाम पर सैकड़ों स्टूडेंट्स खामियों को दुरुस्त कराने के लिए कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं।

ऑनलाइन एप्लाई व्यवस्था फेल

ऑनलाइन व्यवस्था शुरू होने के कुछ दिनों तक स्टूडेंट्स की समस्या का शत-प्रतिशत निस्तारण किया गया था। छह महीने बीतने के बाद पुन: स्थिति पुराने ढर्रे पर आ गई। दूर-दराज से आने वाले स्टूडेंट्स विवि द्वारा शुरू की गई इस सुविधा को सराहनीय कदम बता रहे थे। लेकिन, जब उन्हें पहले की तरह विवि कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़े तो वह इस व्यवस्था को कोसते देखे गए। बाह डीएवी कॉलेज के छात्र पूरन सिंह ने वर्ष 2010 में बीए फाइनल परीक्षा पास की थी, लेकिन जब पूरन ने आवश्यकता पड़ने पर प्रोविजनल डिग्री के लिए एप्लाई किया तो विवि ने उसे द्वितीय वर्ष की डिग्री थमा दी।

संशोधन को भटक रहे स्टूडेंट्स

मा‌र्क्सशीट, डिग्री में खामियों के चलते विवि के पालीवाल कैम्पस में सैकड़ों स्टूडेंट्स ऐसे हैं जो संशोधन के लिए कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं, कर्मचारी और अधिकारी उन्हें एक पटल से दूसरे पटल भेज देते हैं, जिससे समस्या जस की तस बनी रहती है। स्टूडेंट्स की समस्या निस्तारण के लिए हेल्पडेस्क शुरू की गई, जहां समस्या निस्तारण के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। अलवर के रहने वाले रविन्द्र कौशिक ने एक वर्ष पूर्व नाम स्पैलिंग मिस्टेक के चलते मा‌र्क्सशीट में संशोधन के लिए एप्लाई किया था, अभी तक समस्या का निस्तारण नहीं किया गया, इस बीच संबंधित पटल प्रभारी तीन बार दस्तावेजों को खो चुके हैं। ऐसे में सैकड़ों स्टूडेंट्स विवि में डिग्री, मा‌र्क्सशीट संशोधन के लिए चक्कर लगाने को मजबूर हैं।

कड़ाके की ठंड में भी धरना जारी

आगरा। विश्वविद्यालय में कड़ाके की ठंड में भी बीएड स्टूडेंट्स धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। दस दिन में कई छात्रों की हालत बिगड़ चुकी है, लेकिन विवि अधिकारियों द्वारा कोई गंभीरता नहीं दिखाई गई।

डॉ.भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय से सत्र 2012-13 में बीएड करने वाले स्टूडेंट्स ने हाल ही में सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए एप्लाई किया है। जिसमें उन्हें मूल दस्तावेज दिखाने होंगे। ऐसे में विवि ने हाथ खड़े कर दिए है, जिसको लेकर उनके भविष्य पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। अस्पताल में भर्ती भदोही के छात्र राजू ने बताया कि इससे पूर्व पांच छात्रों की हालत खराब हो चुकी है, लेकिन विवि अधिकारियों ने मौके पर आने तक की जहमत नहीं उठाई। इससे दस दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स में रोष है।