ह्यूस्टन (पीटीआई)। वैज्ञानिकों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टेक्नोलॉजी की मदद से दो छिपे हुए ग्रहों को खोज निकाला है। यह खोज केप्लर स्पेस टेलीस्कोप से जुटाए गए डेटा के जरिये की गई है। यह तकनीक में वैज्ञानिकों को ऐसी चीजें दिखाती है, जिससे छिपे हुए कई ग्रहों की पहचान की जा सकती है। बता दें कि ऐसे ग्रहों को पारंपरिक तरीकों से पकड़ा नहीं जा सकता है। अमेरिका की टेक्सास यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इस तकनीक को बनाया है, यह एल्गोरिथ्म पर आधारित है। वैज्ञानिकों ने एल्गोरिथ्म की मदद से केप्लर द्वारा जुटाए गए डेटा को समझा और उन सिम्बल्स का पता लगाया, जिन्हें ग्रह खोजने की परंपरागत तरीकों से खोजा नहीं जा सका था।

बहुत महत्वपूर्व हैं यह दोनों ग्रह

बता दें कि केप्लर और K2 मिशनों ने पहले से ही अन्य सितारों के आसपास हजारों ग्रहों की खोज की है। शोधकर्ताओं ने कहा कि K2 में पाए जाने वाले यह दोनों ग्रह बेहद महत्वपूर्ण हैं। स्टडी में शामिल टेक्सास यूनिवर्सिटी के ऐनी डैतिलो ने कहा कि वे अपने होस्ट स्टार के करीब हैं, उनके पास शॉर्ट ऑर्बिटल पीरियड है और वे गर्म हैं। वे पृथ्वी की तुलना में थोड़े बड़े हैं। दोनों नए ग्रहों में से एक का नाम 'के2-293बी' दिया गया है। यह एक तारे की परिक्रमा करता है और धरती से 1300 प्रकाश वर्ष दूर है। इसके बाद दूसरे ग्रह का नाम के2-294बी रखा गया है और यह भी एक तारे की परिक्रमा करता है और धरती से 1230 प्रकाश वर्ष दूर एक्वेरियस में स्थित है। डैतिलो ने कहा कि डेटा सेट में छिपे ग्रहों को खोजने के लिए एआई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कारगर है और भविष्य में यह तकनीक बहुत काम आने वाला है।

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