छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : यूजीसी के 52 विश्वविद्यालयों और 10 महाविद्यालयों की स्वायत्तता तथा दिल्ली में जेएनयू व दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षकों व छात्र-छात्राओं पर संसद मार्च के दौरान लाठीचार्ज का विरोध ऑल इंडिया डेमोक्रेटिव स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन (एआइडीएसओ) ने शनिवार को किया। इसके खिलाफ शनिवार को एआइडीएसओ की जमशेदपुर महानगर कमेटी की ओर से केंद्र सरकार का पुतला दहन किया गया। मौके पर उपस्थित संगठन के प्रदेश सचिव समर महतो ने कहा कि 52 विश्वविद्यालयों में 5 केंद्रीय विश्वविद्यालय, 21 राज्य विश्वविद्यालय, 24 प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय, 2 निजी विश्वविद्यालय और 10 कॉलेज स्वायत्त किया जाना घोर निंदनीय है। इस निर्णय में यह कहा गया है कि विश्वविद्यालय अब अपनी प्रवेश प्रक्रिया, शुल्क संरचना और पाठ्यक्रम तय करने के लिए स्वतंत्र होंगे। उन्हें पूर्ण स्वायत्तता मिलेगी जो उन्हें नए स्ववित्त पाठ्यक्रम, नए विभागों को शुरू करने, ऑनलाइन दूरस्थ शिक्षा आदि पेश करने की इजाजत देगी । लेकिन इन सब के लिए यूजीसी से कोई भी वित्तीय सहायता नही मिलेगी। दूसरे शब्दों में यह उच्च शिक्षा के व्यावसायीकरण के लिए सरकारी एजेंडे का स्पष्ट संकेत है। इस कार्यक्रम में संगठन के प्रदेश कोषाध्यक्ष सह जिला उपाध्यक्ष सोहन महतो, युधिष्ठिर कुमार, रिंकी बंसीयार, डोमन महतो, संदीप पात्रा, खुशबू कुमारी, सोनी सेनगुप्ता, रिया दत्ता, शुभम कुमार झा, अमित कुमार साहू, सुनील हरपाल, प्रदीप जाधव, झरना महतो, राजदेव सिंह, राकेश कुमार, कामेश्वर प्रसाद उपस्थित थे।