छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: आईएसएल में जमशेदपुर को टीम को दो बार हार से बचाने वाले स्टार खिलाड़ी गौरव मुखी उम्र विवाद में फंसकर बाहर हो गए हैं। ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन एआइएफएफ की अनुशासनिक कमेटी ने मंगलवार को गौरव को सम्मन भेजकर 24 नवंबर को मुख्यालय में उपस्थित होने का आदेश दिया है। गौरव की उम्र के दो अलग-अलग सबूत मिलने से उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। फेडरेशन ने यह भी आदेश दिया है कि मामले में किसी प्रकार के निर्णय आने तक गौरव किसी भी टूर्नामेंट में भाग नहीं ले सकेंगे।

ऐसे शुरू हुआ विवाद

गौरव मुखी के उम्र का विवाद इसी वर्ष अक्टूबर महीने में सामने आया था। विवाद की शुरुआत ऐसे हुई जब मुखी ने जमशेदपुर एफसी की ओर से बेहतर प्रदर्शन करते हुए इंडियन सुपर लीग में बेंगलुरू एफसी के खिलाफ दो- दो मैच ड्रा कराए थे। गौरव को इंडियन सुपर लीग में सबसे कम उम्र यानी सोलह वर्ष में सबसे ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करने का तमगा हासिल हो गया था। गौरव मुखी के पासपोर्ट में उनका जन्म वर्ष 2002 अंकित है, जबकि 2015 में उनका जन्म वर्ष 1999 बताया गया था। 2015 में राष्ट्रीय चैंपियनशिप के दौरान उम्र में मामले में फेडरेशन से धोखाधड़ी करते पकड़े जाने के बाद एआइएफएफ ने झारखंड के कोच पर एक साल का प्रतिबंध लगाते हुए झारखंड फुटबॉल फेडरेशन पर एक लाख जुर्माना भी लगाया था।

मायूस हैं दर्शक

गौरव मुखी जमशेदपुर के धतकीडीह के रहनेवाले हैं। वह जमशेदपुर के स्टार फुटबालर है। गौरव के खेलने पर प्रतिबंध लगने से दर्शक मायूस है। गौरव का उम्र का विवाद गहराने से उनके कैरियर में काले बादल छाने लगे है। फेडरेशन ने आदेश दिया कि मामले में फेडरेशन की अनुशासनात्मक कमेटी द्वारा कुछ फैसला आने तक वे न जमशेदपुर एफसी की ओर से खेल पायेंगे और न ही राज्य या देश स्तरीय प्रतियोगिता में। जमशेपुर एफसी 25 नवंबर को जेआरडी टाटा स्पोर्ट क्लब में पुणे एफसी के खिलाफ उतरेंगे। ऐसे में गौरव की कमी टीम को बेहद खलेगी। वहीं शहर के छोरे के साथ ऐसी घटना के बाद लौहनगरी के दर्शक मायूस हैं।