CHAIBASA:  हेलीकॉप्टर के गिरते ही जोरदार धमाके के साथ बालू के अंदर घूस गया इस क्रम में ब्लैक बक्स बाहर जा गिरा शेष भाग बालू के इतना अंदर गया कि चारों ओर पानी भर गया। आग की लपटे इतनी तेज थी कि पानी के उपर भी जल रहा था। पायलट अदविंद कुमार जोशी घटना स्थल से लगभग 2 सौ मीटर दूर पैराशूट के सहारे के सुरक्षित उतरा। उनके बांए चेहरे व हाथ में चोट लगी है। हालांकि वायु सेना के हेलीकॉप्टर की इस दुर्घटना में पायलट पैराशूट की मदद से सुरक्षित उतर गया। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय निवासी आसित पंडा व ग्रामीणों ने नदी से लेकर गांव के करीब पहुंचाया।

 

इसके बाद उन्हें एंबुलेंस से बहरागोड़ा सीएचसी में प्राथमिक उपचार के लिए भर्ती किया गया। घटना की सूचना मिलते ही कलाईकुंडा से वायु सेना के अधिकारियों ने अर¨वद को लेने इमरजेंसी हैलीकॉप्टर जेडए 931 से कलाईकुंडा लेकर पहुंचे। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि जिस वक्त अर¨वद ने जब हेलीकॉप्टर से उड़ान भरी उसी दौरान उसमें आग लग गई थी। इसकी सूचना उन्होंने कलाईकुंडा कंट्रोल रूम को दी। कंट्रोल रूप से उन्हें आदेश दिया गया कि वे क्रैश लैडिंग कराते दे। सूचना पर अर¨वद ने हेलीकॉप्टर को महुलडांगरी के समीप नदी के बीचो-बीच कराते हुए स्वयं को सुरक्षित पैराशूट से नीचे उतर गए। हालांकि इस घटना के संबंध में किसी भी प्रकार की कोई अधिकारिक पुष्टि नही की गई है। जानकारी के अनुसार हेलीकॉप्टर में जब आग लग गई उस क्रम में पैराशूट भी झुलस गया था इसके कारण अर¨वद के चेहरे व हाथ में जख्म होने के कारण उनकी स्थित गंभीर बनी हुई थी। बहरागोड़ा सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद वायु सेना के अधिकारी लेकर चले गए।

 

बचाव कार्य में सीआरपीएफ के जवान जुटे

वायु सेना के हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी व जवान के अलावा वायु सेना का अग्नि समन की दो वाहन व दो एंबुलेंस पहुंच कर बचाव कार्य में जुट गए है। नदी के चोरों ओर कही बालू तो कहीं गहरा पानी से भरा हुआ है। नदी में उतरने के लिए कम से कम 40 फीट खाई होने के कारण घटना स्थल तक वाहनों को ले जाना संभव नही है। समाचार लिखे जाने तक हेलीकॉप्टर के मलवे से आग की पलटे निकल रही थी।