स्टार का पहला इंडियन एलायंस एयर इंडिया

28 मेंबर्स वाले एलायंस को एक इंडियन मेंबर मिलने से उसे एमिरेट्स और एतिहाद एयरवेज जैसे मिडिल ईस्टर्न करियर्स से मुकाबला करने में मदद मिलेगी.  जिनका फिलहाल इस रीजन के ट्रैफिक पर दबदबा है.

इस साल 16,000 करोड़ का रेवेन्यू कमाने की उम्मीद

सिविल एविएशन मिनिस्टर अशोक गजपति राजू ने मंगलवार को दिल्ली में कहा कि हम इस बात से खुश हैं कि एयर इंडिया अब स्टार एलायंस का हिस्सा बन गई है. स्टार एलायंस ज्वाइन करने से एयर इंडिया के पैंसजर्स की डायरेक्ट पहुंच दुनिया के 195 देशों के 1,328 डेस्टिनेशंस को जाने वाली 21,900 रोजाना की फ्लाइट्स तक होगी. साथ ही लुफ्थांसा, क्वॉन्टस और सिंगापुर एयरलाइंस जैसी मेंबर करियर्स के साथ कोड शेयर्स और इंटरलाइन एग्रीमेंट्स भी होंगे. एयर इंडिया के इस साल करीब 16,000 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाने की उम्मीद है.

सबसे बड़ी है स्टार एलायंस

एयरलाइन के एक सीनियर एग्जिक्यूटिव ने  बताया कि स्टार एलायंस मेंबरशिप के जरिए करियर्स के साथ होने वाली पार्टनरशिप से रेवेन्यू को 3 पर्सेंट मजबूती मिलने की उम्मीद है. स्टार एलायंस तीन ग्लोबल एलायंसेज में सबसे बड़ी है. दो दूसरी एलायंसेज में वनवर्ल्ड और स्काई टीम शामिल हैं. मई तक के आंकड़ों के मुताबिक ग्लोबल मार्केट में स्टार एलायंस की 26 पर्सेंट, स्काई टीम की 20 फीसदी और वनवर्ल्ड की 16 फीसदी हिस्सेदारी थी. हालांकि, हालिया ग्लोबल मेजर्स के बाद स्टार एलायंस का मार्केट शेयर घटकर 23 फीसदी रह जाएगा. जबकि वन वर्ल्ड का मार्केट शेयर 20 फीसदी के स्तर पर पहुंच जाएगा. सिडनी बेस्ड कंसल्टेंट कापा-सेंटर फॉर एविएशन ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा था कि स्टार एलायंस में यह एंट्री एयर इंडिया में आए सुधार का रिवॉर्ड है. यह ग्लोबल इंडस्ट्री का एक बैरोमीटर भी है.

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