नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह जिन्होंने पिछली दफा हड़ताल समाप्त करवाने में अहम भूमिका निभाई थी पायलटों के कदम से भारी नाराज दिखे और उन्होंने कहा है कि हड़ताल 'गैर-कानूनी' है।

अजित सिंह ने कहा, "उन्होंने हड़ताल के लिए किसी तरह का नोटिस नहीं दिया है और खुद को बीमार बताया है। अगर उन्हें कुछ दिक्कते हैं तो उसका हल निकालने के लिए जो बातचीत चल रही थी उसे जारी रखना चाहिए था."

उन्होंने कहा, "एक ऐसे वक्त में जब उन्हें 30,000 करोड़ रूपए की सहायता दिए जाने का फैसला लिया गया है, ये पैसा जनता का है, उन्हें ये ध्यान रखना चाहिए कि यात्रियों को किसी तरह की दिक्कत पेश न आए, जो फिलहाल हो रही है."

ड्रीमलाइनर

सोमवार आधी रात से एयर इंडिया के सौ पायलटों ने खुद को बीमार बताकर हड़ताल शुरू कर दिया है। कहा जा रहा है कि और पायलट भी उनके साथ जा सकते हैं। इस कारण से कई अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा को स्थगित किया गया है।

अचानक से हुई इस हड़ताल से पैसेंजरों के काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ये छुट्टियों का समय है और काफी लोगों ने एयर लाईन पर बुकिंग करवा रखी है।

ये हड़ताल पायलटों के उस यूनियन के सदस्यों ने किया है जो एयर इंडिया के साथ थे। कुछ सालों पहले सरकार के एक फैसले के बाद सरकार की दो विमान कंपनियों - एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस को मिलाकर एक कंपनी बना दी गई थी।

हड़ताल पर गए एयर इंडिया के पायलट उस फैसले का विरोध कर रहे हैं जिसके तहत वो इंडियन एयरलाइंस के पायलटों को एक नए किस्म के विमान पर ट्रेनिंग दिए जाने की मुखालिफत कर रहे हैं।

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