- शताब्दीनगर में धरना देने वाले किसानों ने किया पंचायत का ऐलान

- बिना मुआवजे के एक भी ईट नहीं की जाएगी बर्दाश्त

Meerut : शताब्दी नगर में धरना पर बैठे किसानों ने नई भूमि अधिग्रहण नीति के तहत मुआवजा मिले बिना एक ईट न रखने देने का ऐलान कर दिया है। साथ ही ये भी कह दिया है कि इसको लेकर पंचायत भी की जाएगी।

नहीं होने देंगे निर्माण कार्य

बुधवार को धरनास्थल पर हुई पंचायत में किसानों ने एयरपोर्ट एंक्लेव और जज कॉलोनी के निर्माण का विरोध करने की घोषणा की है। भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले हुई पंचायत में कई गांवों के किसानों ने भाग लिया। किसानों ने कहा कि वह कोई निर्माण कार्य शताब्दीनगर योजना में नहीं होने देंगे। चार मई से शताब्दीनगर योजना के पांच गांवों के किसान नई भूमि अधिग्रहण नीति के तहत मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर हैं।

इन योजनाओं की है घोषणा

एमडीए द्वारा पूर्व में अधिग्रहीत आठ एकड़ भूमि एयरपोर्ट के निर्माण की सीमा में आ रही है। किसानों का कहना है कि चूंकि एमडीए से शर्तो को लेकर हुए विवादों के चलते ख्म् वर्ष पूर्व अधिग्रहीत भूमि पर अभी भी उनका कब्जा है। इसके चलते अब वह तभी भूमि पर कब्जा देंगे जब उन्हें नई भूमि अधिग्रहण नीति के अनुसार मुआवजा मिलेगा। हाल ही में एमडीए ने सेक्टर दस में पचास एकड़ भूमि पर जज कॉलोनी बनाने का प्रस्ताव भेजा है। वहीं एयरपोर्ट के पास क्8 एकड़ भूमि पर एयरपोर्ट एंक्लेव बनाने की घोषणा की है। गुरुवार को हुई पंचायत में किसान नेता विजयपाल घोपला राजकुमार, मदनपाल सिंह, संजय दौरालिया, जयचंद, कालू राम, अलबेल सिंह, पप्पू सैनी, ज्ञानचंद आदि मौजूद रहे।