- स्टेट होम सेक्रेटरी की अध्यक्षता में हुई कॉन्फिडेंशियल मीटिंग

- इन्फॉरमेशन सिस्टम और इंटेलिजेंस को ज्यादा अलर्ट रखने पर जोर

DEHRADUN: जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर एरोड्रम कमेटी की कॉन्फिडेंशियल मीटिंग में एयरपोर्ट की इंटरनल सिक्योरिटी को लेकर मंथन किया गया। इस दौरान बताया गया कि अगर एयरपोर्ट पर कोई आतंकी हमला हो जाए या विमान को हाईजैक करने की कोशिश हुई तो उस स्थिति से कैसे निपटा जाए।

बिजी एयरपोर्ट है जौलीग्रांट

थर्सडे को जौलीग्रांट स्थित एयरपोर्ट में सूबे के होम सेक्रेटरी आनंद वर्धन की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई। एयरपोर्ट पर आतंकी हमले या फिर आतंकियों द्वारा किसी भी प्रकार से विमानों की हाईजैक किए जाने जैसी आपात स्थितियों से निपटने को लेकर चर्चा हुई। दरअसल अब जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर विमानों की आवाजाही पहले से दोगुना हो गई है, हवाई यात्रियों की संख्या भी खासी बढ़ी है। ऐसे में आतंकी हमले या इस तरह की किसी अप्रिय घटना से यहां इनकार नहीं किया जा सकता।

इंटेलिजेंस सिस्टम हो मजबूत

एयरपोर्ट की सिक्योरिटी को लेकर हुई कॉन्फिडेंशियल मीटिंग में एयरपोर्ट की सिक्योरिटी को और टाइट करने पर वार्ता हुई। इंटेलिजेंस एजेंसियों को भी अलर्ट करने पर जोर दिया गया साथ ही सूचना तंत्र को और डेवलप किए जाने पर चर्चा हुई। अफसरों की तरफ से भी एयरपोर्ट सिक्योरिटी को लेकर सुझाव दिए गए। बैठक में जौलीग्रांट एयरपोर्ट के डायरेक्टर विनोद शर्मा, एडीजी पुलिस इंटेलिजेंस विनय कुमार, डीआईजी रेंज पुष्पक ज्योति सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।