टॉप बॉक्स

- ग्राहक पैन कार्ड की डिटेल देने में कर रहे आनाकानी

- तमाम ग्राहकों और कारोबारियों पर नहीं पैन नंबर

सोना कितना सोणा

Meerut: लेनदेन का रिकॉर्ड रखने के लिए केन्द्र सरकार ने दो लाख की ज्वैलरी खरीदने पर पैन कार्ड की अनिवार्यता लागू की है। जिससे सर्राफा कारोबारियों के अनुसार उनका कारोबार प्रभावित हो रहा है। कारोबारियों का मानना है कि पहले तो 70 फीसदी ग्राहकों के पास पैन कार्ड ही नहीं है। जिनके पास पैन कार्ड हैं वे ग्राहक पैन डिटेल देने में आना-कानी कर रहे हैं। जिसके चलते अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने में लोगों का क्रेज घट रहा है।

नहीं बनवाया कार्ड

केन्द्र सरकार भले ही पैन कार्ड को लेकर सख्त हो। लेकिन लोग अभी जागरूक नहीं हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में लगभग 70 फीसदी लोगों के पास अभी पैन कार्ड नहीं है। इनमें बड़ी संख्या में गांव देहात के पुरुष व महिलाएं और व्यापारी हैं। यहां तक कि जब तक लोगों को जरूरत न पड़े वह पैन कार्ड के लिए अप्लाई ही नहीं करते।

क्यों परेशान हैं सर्राफा कारोबारी

-दो लाख से अधिक खरीद या बिक्री पर पैन डिटेल मेंसन नहीं किया तो लगेगा टैक्स चोरी का आरोप

- ग्राहक पैन डिटेल देने में नहीं दिखाएगा दिलचस्पी, जिससे बिक्री होगी प्रभावित

-अधिकतर व्यापारी पैन कार्ड का नहीं करते इस्तेमाल

लागू किया गया नियम

पैन कार्ड की अनिवार्यता के पीछे केन्द्र सरकार की मंसा पर मार्केट एक्पर्ट डॉ। कुश अग्रवाल ने बताया कि सरकार ज्यादा से ज्यादा पैसा बैंकों में रखवाना चाहती है। कालेधन पर रोक लगाकर लेनदेन में ट्रांसपेरेंसी लागू की जाए। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार ने जो योजनाए शुरू की हैं। उसके लिए धन की आवश्यकता होगी। जो इस तरह के नियम लागू करने से आएगा।

सतर्क रहने की जरूरत

एक्सपर्ट के अनुसार टैक्स की सीमा सरकार ने 12.36 से बढ़ाकर वेट समेत 16 फीसदी कर दी है। ऐसे में ज्वैलरी खरीदने वाली पब्लिक को चूना लगना तय है। मार्केट सूत्र बताते हैं कि ऐसे में ग्राहकों को सतर्क रहने की जरूरत है। सस्ती ज्वैलरी खरीदने के चक्कर में उन्हें मिलावटी सोना मिल सकता है। क्योंकि ज्वैलर्स अपना मेकिंग चार्जेज बचाने के लिए ज्वैलरी की शुद्धता से समझौता करने से जरा भी नहीं चूकेंगे।

यहां पड़ती है पैन कार्ड की जरूरत

-आयकर रिटर्न, शेयरों की खरीद-फरोख्त, व डीमेट खाता खुलवाने के लिए

- बैंक के दूसरे खाते में 50 हजार की धनराशि जमा करने एवं निकालने के लिए

-दो लाख की ज्वैलरी खरीदने के लिए

-टीडीएस जमा करने व वापस पाने के लिए

अक्षय तृतीय के अवसर पर पैन कार्ड की अनिवार्यता से वास्तव में ग्राहकों में कमी आई है.ज्यादातर ग्राहक पैन कार्ड डिटेल देने में हिचकिचाते हैं।

-अभिषेक जैन, डायरेक्टर तनिष्क ज्वैलर्स

पैन की अनिवार्यता से जहां ग्राहकों में कमी आई है। वहीं व्यापारी के सामने भी समस्या खड़ी है कि ज्वैलरी खरीदने वाला व्यक्ति कहीं फर्जी पैन नंबर न दे दे। क्योंकि एक्साइज विभाग को जवाब उन्हीं को देना पड़ेगा।

-राकेश गुप्ता, डायरेक्टर रघुनंदन गर्ग ज्वैलर्स

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