- 2017 के मुकाबले शहर में शराब की बिक्री में 58 प्रतिशत का उछाल

- अगस्त 2017 में 36 हजार तो 2018 में बिकी 56 हजार लीटर शराब

GORAKHPUR: बिहार में शराब बंदी के बाद वहां के शराबियों ने गोरखपुर को ठिकाना बना लिया है। सिटी में बिहार के सीमावर्ती इलाकों के शराबियों की संख्या बढ़ने की वजह से यहां देशी शराब की बिक्री में 58 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हुई है। जबकि अंग्रेजी शराब की सेल में भी 34 प्रतिशत का उछाल देखा जा सकता है। हालांकि, बीयर की बिक्री में केवल 5.49 प्रतिशत ही फर्क पड़ा है। आबकारी विभाग के अगस्त 2017 और अगस्त 2018 तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो अगस्त 2017 में 3600963 लीटर देशी शराब की बिक्री हुई थी जबकि 2018 में 5685362 लीटर देशी शराब शहर में बिक गई। आबकारी विभाग से जुड़े लोगों की मानें तो इस वृद्धि के पीछे सबसे प्रमुख कारणों में बिहार में शराब बैन भी शामिल है।

बीयर की कम हुई बिक्री

शराब की बिक्री में आई उछाल के बावजूद बीयर पर इसका प्रभाव मामूली पड़ा है। पिछले साल की तुलना में बीयर की बिक्री में केवल 5.49 प्रतिशत की ही बढ़ोत्तरी हुई है। ऐसा माना जा रहा है कि बीयर में कम नशा होने के कारण इसका इस्तेमाल कम किया जाता है। पिछले साल अगस्त महीने में शहर में 3868904 लीटर बीयर की बिक्री हुई जबकि इस बार 4093746 लीटर बीयर बिकी है। आबकारी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह बढ़ोत्तरी सामान्य है। एक कारण इसे भी माना जा रहा है कि बीयर की अपेक्षा शराब में कम पैसे में नशा होता है।

कटेगरी 2017 2018 प्रतिशत

देशी 3600963 5685362 58

अंग्रेजी 1502734 2013277 34

बीयर 3868904 4093746 5.49

बॉक्स

कार्रवाई में भी इजाफा

आबकारी विभाग के आंकडों के अनुसार जिले में बिक रही अवैध शराब पर कार्रवाई करने में भी विभाग ने पिछले साल से बेहतर काम किया। पिछले साल जब्त शराब की अपेक्षा इस बार सात प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। 2017 अगस्त में 49554 लीटर अवैध शराब जब्त की गई थी जबकि 2018 में 52955 लीटर जब्त की गई है। अवैध शराब की बिक्री में कमी को भी आबकारी विभाग एक कारण मान रहा है। विभागीय अधिकारी के मुताबिक संसाधनों के अभाव में भी विभाग लगातार अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।

बिक्री में बढ़ोत्तरी की वजहें

गोरखपुर में देशी व अंग्रेजी शराब की बिक्री में हर साल ही कुछ न कुछ वृद्धि होती है। लेकिन इस बार अचानक 58 प्रतिशत हुई बढ़ोत्तरी के पीछे मुख्य वजह बिहार के शराबियों को माना जा रहा है। लेकिन इसके साथ ही अवैध शराब की बिक्री पर रोक भी वजह मानी जा रहा है। मेन कारणों में एक यह भी है कि खुशी के मौके पर शराब पीने का चलन बढ़ता जा रहा है।

गोरखपुर में दुकानें

देशी शराब - 280

इंग्लिश - 115

बीयर - 102

मॉडल शॉप - 12