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JAMSHEDPUR : चक्रवाती तूफान फेनी के मद्देनजर उपायुक्त अमित कुमार ने लोगों से अपील की है कि रोजमर्रा की जरूरतों के सामान की व्यवस्था कर लें. जिला प्रशासन ने स्वर्णरेखा और खरकई नदी के तटीय क्षेत्रों में रहने वालों को अलर्ट किया है. उन्हें सुरक्षित स्थानों पर चले जाने को कहा गया है. जिला प्रशासन ने ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में अस्थाई शिविर बनाए हैं. उपायुक्त ने शिविरों में संबंधित पदाधिकारियों को सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के दिए निर्देश दिए हैं. तूफान के कारण आने वाली किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की एक टीम जमशेदपुर पहुंच चुकी है. जिला प्रशासन ने आपात स्थिति में सहायता के लिए ट्रोल फ्री नंबर 18003456467 और दूरभाष नंबर 0657-2440111 जारी किया है.

डीसी ने की आपात बैठक

तूफानी चक्रवात फेनी के व्यापक असर का आकलन करते हुए मौसम विभाग ने बंगाल, ओडिशा, झारखंड, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, छतीसगढ़, पुडुचेरी एवं असम में लोगों को अलर्ट रहने की चेतावनी जारी की है. पूर्वी सिंहभूम जिले में भी तूफान के असर का आकलन किया गया. इसी के मद्देनजर गुरुवार को जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त अमित कुमार की अध्यक्षता में जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति की आपात बैठक समाहरणालय सभागार में हुई. सभी संबंधित पदाधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने हेतु निर्देशित किया गया.

तेज हवा के साथ होगी बारिश

शहरी क्षेत्रों में नालों के ऊपर बनाए गए घरों के लोगों को भी सुरक्षित स्थानों पर भेजने हेतु निर्देशित किया गया. तूफान के दौरान लगभग 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने एवं लगभग 12 सेमी बारिश होने की आशंका जताई गई है. जिससे नालों में पानी भर जाने के कारण घरों में पानी घुसने की भी आशंका है. इस स्थिति से निपटने के लिए उपायुक्त ने वैसे क्षेत्रों में रह रहे लोगों को भी अलर्ट करने का निर्देश दिया.

खाने-पीने की व्यवस्था कराने के निर्देश

फेनी को देखते हुए उपायुक्त ने सभी निजी और सरकारी विद्यालयों को तीन व चार मई को बंद रखने का निर्देश दिया. उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में स्कूल भवन एवं पंचायत भवन को चिन्हित कर अस्थायी शिविर बनाएं, जिसमें खाने-पीने जैसी बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई जा सकें. तटीय इलाकों में बसे लोगों को तूफानी की भयावह स्थिति से अवगत कराते हेतु माइकिंग से जागरूक कराने का निर्देश उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकरियों को दिया.

सेना को भी अलर्ट पर रखा गया

उपायुक्त ने अस्थायी शिविरों में मेडिकल की एक टीम को तैनात रखने के साथ ही सूखा भोजन चूड़ा, गुड़, चना, ब्रेड तथा पानी की व्यवस्था करने हेतु भी संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया. रेडक्रॉस, सिविल डिफेंस के साथ सेना को अलर्ट पर रखा गया गया है. किसी भी आपादत स्थित से निपटने के लिए एनडीआरएफ की एक टीम को भी बुलाया गया है. उपायुक्त ने बताया कि सेना को अलर्ट पर रखा गया है, लेकिन आवश्यता पड़ने पर ही उनका सहयोग लिया जाएगा.

कटी रहेगी बिजली, सावधान रहने की अपील

उपायुक्त ने लोगों से अपील की है कि तूफानी चक्रवात फेनी को देखते हुए आवश्यक सावधानी बरतें एवं तमाम आवश्यक समान अपने घर पर पहले से रख लें. इस दौरा बिजली कटने की आशंका है, अत: रोशनी की व्यवस्था कर लें. उपायुक्त ने लोगों से अपील की कि फेनी के प्रभाव में आने से पहले सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं एवं अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें. उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.

अस्पतालों को किया गया अलर्ट

फेनी तूफान को लेकर महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित अन्य को भी अलर्ट पर रखा गया है. गुरुवार को तूफान से निपटने की तैयारी को लेकर एमजीएम अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार व उपाधीक्षक डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी जुटे रहे. अधीक्षक ने कहा कि विभाग की ओर से अभी तक ऐसा कोई आदेश नहीं आया है. फिर, भी अस्पताल प्रबंधन किसी तरह का रिक्स लेना नहीं चाहता है. सभी डॉक्टर, कर्मचारियों को जानकारी दे दी गई है. उन्हें जरूरत के अनुसार कभी भी बुलाया जा सकता है. वहीं इमरजेंसी विभाग में अधिक से अधिक दवाइयां उपलब्ध करायी जा रहीं है. इधर, खासमहल स्थित सदर अस्पताल में भी विशेष इंतजाम किया गया है. यहां भी कभी भी किसी को बुलाने का फरमान जारी किया गया है.