-केंद्रीय राज्य स्वास्थ्य मंत्री ने की समीक्षा
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PATNA: अब नील वायरस का खतरा शुरू हो गया है. दिमागी बुखार का यह मामला केरल में 7 साल के बच्चे में पाया गया है. इस खुलासे के बाद केंद्रीय राज्य स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने पश्चिमी नील वायरस को लेकर अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया है. उन्होंने ऐसे मामलों में अलर्ट रहने के साथ सुरक्षा उपायों को लेकर भी निर्देश दिया है.
अधिकारियों से ली जानकारी
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्रि्वनी कुमार चौबे ने पश्चिमी नील वायरस का मामला केरल में आने के बाद हर स्थितियों की जानकारी के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है. इस संबंध में वह अब तक के सभी प्रोग्रेस रिपोर्ट से अवगत हुए. अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देकर अलर्ट में लगाया है. केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने सभी आवश्यक कदम उठाने का आदेश देते हुए कहा है कि सुरक्षा में कोई चूक नहीं होनी चाहिए. केरल में 7 साल के बच्चे में पश्चिमी नील वायरस का संक्रमण का मामला सामने आया. इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय सक्रिय हो गया है.
एक नजर में वायरस
- पश्चिमी वायरस एक तरह का दिमागी बुखार होता है.
- एहतियात न बरता जाए तो काफी तेजी से फैलता है.
- केरल में 7 साल के एक बच्चे में पश्चिमी नील वायरस का संक्रमण मिला है.
- यह एक संक्रामक रोग है जो सबसे पहले 1999 में अमेरिका में दिखाई पड़ा था.
- पश्चिमी नील वायरस के संक्रमण का फैलाव नहीं हो इसे लेकर विशेष टीम लगी.