JAMSHEDPUR: निपाह वायरस से केरल में एक दर्जन से भी ज्यादा लोगों की हुई मौत के बाद केंद्र सरकार के निर्देश पर ईस्ट सिंहभूम हेल्थ डिपार्टमेंट भी एक्टिव हो गया है। जिला स्वास्थ्य विभाग ने जिले में अलर्ट जारी कर सभी अस्पतालों और चिकित्सा केंद्रों को कहा है कि केरल से आने वाले लोगों में सर्दी-जुकाम और निपाह वायरस से होने वाली बीमारी के लक्षण मिले तो इसकी जानकारी तुरंत जिला सर्विलांस विभाग को दें। इससे मरीज की बेहतर देखभाल हो सकेगी साथ ही आगे की रणनीति भी तैयार करने में मदद मिलेगी। मालूम हो कि निपाह वायरस केरल में महामारी का रूप ले चुका है। फिलहाल दो दर्जन से ज्यादा मरीज इसकी चपेट में हैं।

चमगादड़ से रहें दूर

यह बीमारी चमगादड़ द्वारा काटे हुए फलों के खाने से इंसानों में आने की बात सामने आई है। पूर्वी सिंहभूम जिले में चमगादड़ों की बड़ी संख्या है। जिला सर्विलांस विभाग ने टाटा जू को भी अलर्ट किया है। ताकि वायरस को पनपने से रोका जा सके। टाटा जू में चमगादड़ों की अधिक संख्या है। उसके आस-पास पर्यटकों को न जाने की सलाह दी गई है। सूअर से भी यह बीमारी फैल सकती है।

आइसोलेशन वार्ड तैयार रखें

सरकारी अस्पतालों के आईसोलेशन वार्ड पर ताला लटक रहा है। आइसोलेशन वार्ड खुलवाने को लेकर शुक्रवार को जिला सर्विलांस पदाधिकारी डॉ। साहिर पॉल एमजीएम सुपरिंटेंडेट से मिले। उन्होंने मामले को गंभीरता से लिया और जल्द से जल्द आइसोलेशन वार्ड तैयार करने का निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिया। शहर के प्राइवेट हॉस्पिटल्स को भी आईसोलेशन वार्ड तैयार रखने का निर्देश दिया गया है।

ऐसे फैलता है निपाह

- निपाह वायरस संक्रमित सूअर और चमगादड़ के संपर्क में आने से फैलता है।

- निपाह वायरस संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से सांस के माध्यम और ड्रॉप लेट से संक्रमित हो सकता है।

ऐसे पहचानें बीमारी

- प्रभावित व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी होती है। दिमाग में जलन महसूस होती है। तेज बुखार आता है। टाइम पर इलाज नहीं होने से मौत भी हो जाती है।

- इंसानों में निपाह वायरस इंसेफ्लाइटिस से जुड़ा है। इसमें ब्रेन में सूजन आ जाती है।

- 24 से 28 घंटे के अंदर बीमारी बढ़ने पर मरीज कोमा में भी चला जाता है। इस बीमारी से प्रभावित मरीजों में 60 फीसद से ज्यादा मौत हो जाती है।

इलाज भी जानें

- विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, इस वायरस का वैक्सीन विकसित नहीं हुआ है। इलाज के नाम पर मरीजों को इंटेंसिव सपोर्टिव केयर ही दी जाती है।

- इस वायरस से बचने के लिए फलों, खासकर खजूर खाने से बचना चाहिए।

- पेड़ से गिरे फलों को नहीं खाना चाहिए। यह वायरस एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलता है।

- संक्रमित रोगी से दूर ही रहें।

निपाह वायरस को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। केरल से आने वाले लोगों पर विशेष नजर रखने को कहा गया है। टाटा जू को भी पत्र भेजा गया है। अगर किसी व्यक्ति में लक्षण सामने आता है तो वह डॉक्टर से मिल सकता है। विभाग उसकी जांच कराएगी।

- डॉ साहिर पॉल, जिला सर्विलांस पदाधिकारी, ईस्ट सिंहभूम