-शहर में आने वाले दिनों में कई बड़े उत्सव का होना है आयोजन,

-छठा देखने के लिए बनारसियों के साथ ही टूरिस्ट्स का होगा हुजूम

-इसलिए i next आपको कर रहा है आगाह

-बेसिर-पैर की एक अफवाह फिर सैकड़ों जिंदगियों पर पड़ सकती है भारी

VARANASI

राजघाट में हुए हादसे में पुल गिरने की अफवाह ख्भ् जिंदगियों पर भारी पड़ गई। न जाने कितने ही घरों के चिराग बुझ गए। इस घटना के पीछे बहुत बड़ी प्रशासनिक लापरवाही सामने आई, जो न केवल इतनी बड़ी भीड़ को मैनेज करने में नाकाम रहा बल्कि समागम में आये लोगों को अफवाहों पर ध्यान न देने के लिए जागरूक भी न कर सका। आने वाले दिनों में काशी में एक बार फिर बड़े मेलों का आयोजन होना है, जिनमें देव दीपावली का आयोजन भी शामिल है। उस दिन शहर की गलियों में न केवल बनारसियों का हुजूम होगा बल्कि दुनिया भर से आए टूरिस्ट्स की भीड़ भी इस भव्य आयोजन को देखने के लिए शहर में मौजूद होगी। बेसिर-पैर की एक अफवाह फिर सैकड़ों जिंदगियों पर भारी पड़ सकती है। इसलिए आई नेक्स्ट आपको पहले से आगाह कर रहा है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और बता रहा है कि भीड़ में किसी अनहोनी की अफवाह फैलने पर क्या करें।

फैलाई जा सकती हैं ये अफवाहें

क्। शहर में दंगा हुआ है।

ख्। सिटी में बम ब्लास्ट हुआ है।

फ्। भीड़ में आतंकी घुस आए हैं।

ब्। अमुक प्लेस पर लावारिस बैग मिला है।

भ्। फला जगह आग लग गई है।

म्। अमुक स्थान परभगदड़ मचने से कई लोग मर गए।

7. घाट की सीढि़यां टूट गई हैं।

8. गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ रहा है।

9. फला जगह पैसा बांटा जा रहा है

क्0. पुलिस लाठीचार्ज कर रही है।

क्या करें अफवाहें फैलने पर

मनोवैज्ञानिकों के अनुसार अफवाह सुनने पर लोग उस पर आसानी से भरोसा कर लेते हैं। लेकिन कुछ सेकेंड सोच-विचार लेने से आप किसी अनहोनी का शिकार होने से बच सकते हैं। किसी भी घटना-दुर्घटना की सूचना मिलने पर उस पर तुरन्त रिएक्ट न करें। इससे न केवल आपको सूचना की सच्चाई जांचने में मदद मिलेगी बल्कि कोई अनहोनी वाली स्थिति से बचने में मदद भी मिलेगी।

साथ ही किसी भी सूचना के मिलने पर जगह-जगह पर तैनात पुलिस पिकेट से उसकी पुष्टि कर, उनके द्वारा सुझाए गए उपायों को अपनाएं। क्योंकि इन्हें किसी भी अनहोनी होने की स्थिति में बचाव के लिए ट्रेनिंग और उचित निर्देश पहले से दिए गए होते हैं।

अगर भगदड़ में फंस जाएं तो उठाएं यह कदम

-अगर आप किसी भीड़-भाड़ वाले स्थान पर जा रहे हैं तो अलर्ट रहें और जाने के रास्ते को याद रखें। इससे आपको अनहोनी की स्थिति में निकलने के लिए सहारे की जरूरत नहीं पड़ेगी।

-साथ में बच्चों का खास ध्यान रखें। बहुत छोटे बच्चों को अपने साथ ही रखें। संभव हो तो उन्हें गोद में उठाकर चलें।

- अगर बच्चे बडे़ और समझदार हों तो उन्हें पहले ही एक सुरक्षित स्थान दिखा दें और भीड़ में बिछड़ने की स्थिति में उन्हें वहां रहने को कहें, ताकि भीड़ से निकलने के बाद आप उन तक आसानी से पहुंच सकें। बेहतर होगा कि आप उन्हें किसी पुलिस पिकेट या पुलिस वाले के पास पहुंचने को कहें।

- आप अगर भीड़ वाले स्थान पर जा रहे हैं तो उस जगह के बारे में पूरी जानकारी रखें। इससे आपको भगदड़ की स्थिति में आसानी से निकलने में मदद मिलेगी।

- भगदड़ की स्थिति में भीड़ की विपरीत दिशा में जाने की कोशिश हरगिज न करें। इससे बचने की संभावना बढ़ जाती है। भगदड़ के दौरान अगर आप को थोड़ी सी भी कहीं निकलने की जगह दिखे तो उस तरफ जाएं।

-भगदड़ में फंसने पर अपने हाथों को अपनी छाती के सामने किसी बॉक्सर की तरह रखें। इससे आपके सीने पर चोट लगने की संभावना कम रहेगी।

- भीड़ मे अगर कभी आप गिर जाएं तो तुरन्त उठने की कोशिश करें। गिरने की स्थिति में साथ चल रहे बच्चों को अलग कर दें, जिससे वे आपके साथ न गिरें और उन्हें चोट न पहुंचे।

- अगर आप भीड़ में गिर भी गए हैं तो घबराएं नहीं। तुरन्त न उठ पाने की स्थिति में जमीन पर तिरछे जाएं और अपने दोनों पैरों को सीने से चिपकाने के साथ ही सिर पर हाथ रख कर आप खुद को बहुत हद तक सुरक्षित कर सकते हैं।

समागम में आयोजकों और प्रशासन की तरफ से सूचना के आदान-प्रदान में हुई कमी के चलते हादसा हुआ। बनारस में होने वाले अन्य आयोजन निर्धारित हैं। हादसे के मद्देनजर इन आयोजनों में पुलिस को विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। सभी पुलिसकर्मियों को इन आयोजनों में स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर अपनाने को कहा गया है।

एसके भगत, आईजी जोन, वाराणसी