क्योंकि खतरा अभी टला नहीं

दुर्गापूजा और दशहरे के शांतिपूर्ण ढंग से बीत जाने के बाद भले ही लोग राहत की सांस ले रहे हों लेकिन सच तो ये है कि वो आतंकी खतरा अब भी टला नहीं है जिसके लिए पिछले दिनों एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने अलर्ट जारी किया था। ये हम नहीं खुद खुफिया विभाग के लोग मान रहे हैं। दरअसल एमपी की जेल से फरार हुए जिन छह आतंकियों में से किसी एक के बनारस में होने की सूचना खुफिया एजेंसियों को मिली थी, उस आतंकी की लोकेशन अब तक खुफिया एजेंसियां ट्रेस नहीं कर सकी हैं। इसलिए पुलिस समेत पूरा प्रशासनिक अमला आने वाले त्यौहारों खास तौर पर दीवाली और देव दीपावली के दौरान शहर में सुरक्षा को लेकर अभी से सतर्क हो गया है। खासतौर पर गंगा घाट और भीड़ भाड़ वाली जगहों पर। ये सिर्फ इसलिए क्योंकि पिछले दिनों बीएचयू की एक स्टूडेंट ने दस लाख रुपये के वांटेड आतंकी मोनू को कैंट स्टेशन पर देखे जाने की जानकारी सुरक्षा एजेंसियों को दी थी। इसके अलावा गंगा के रास्ते आंतकियों के शहर में घुसने के इनपुट के बाद पुलिस और भी ज्यादा परेशान है।

जमी हैं सुरक्षा एजेंसियां

लोकल इंटेलीजेंस के सोर्सेज के मुताबिक शहर में आंतकी अलर्ट की सूचना के बाद दिल्ली और लखनऊ की खुफिया एजेंसियों ने शहर में डेरा डाल रखा है। इन टीमों में शामिल ऑफिसर्स शहर के संवेदनशील इलाकों में प्रॉपर निगाह बनाये हुए हैं। चूंकि पिछले दिनों बिहार से पकड़े गए खतरनाक आतंकी भटकल ने भी कई आतंकियों को पूर्वांचल में किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने के लिए भेजे जाने की बात पूछताछ में बतायी है। इसलिए पुलिस और खुफिया एजेंसियां कोई कोताही बरतने के मूड में नहीं हैं। खासतौर पर देश के अतिसंवेदनशील और कई आतंकी वारदातें झेल चुके बनारस के लिए। सूत्रों का कहना है कि जांच एजेंसियां, दालमंडी, लल्लापुरा और लोहता समेत कई अन्य इलाकों में संदिग्ध लोगों की एक्टिविटी वॉच कर रही हैं।

आतंकियों से लडऩे की है तैयारी

- आतंकी अपने मंसूबे में न हो कामयाब इसलिए संवेदनशील इलाकों में तैनात है फोर्स।

- घाटों और मंदिरों में संदिग्ध लोगों की एक्टिविटी हो सके वॉच इसलिए सैकड़ों पंडों को बनाया गया है पुलिस मित्र।

- गंगा किनारे और नावों से आने वालों पर बने रहे निगाह इसके लिए नाविकों को पुलिस मित्र बनाने की है तैयारी।

- नाविकों समेत घाट किनारे बनने वाले पुलिस मित्रों को आतंकियों से निपटने के लिए दी जायेगी स्पेशल ट्रेनिंग।

- लगभग ढाई हजार नाविकों को पुलिस मित्र बनाने कि है तैयारी।

- आतंकियों समेत संदिग्ध लोगों पर नजर बनाये रखने के लिए आईबी और एटीएस की टीमें है शहर में मौजूद।

- कैंट स्टेशन पर आंतकी मोनू के देखे जाने की सूचना के बाद स्टेशन प्रीमेसेस में भी है अलर्ट।

- सीसी कैमरों की जद में आने वाले हर एक शख्स को कैंट परिसर में किया जा रहा है वॉच।

- बगैर आईडी के किसी हाल में नहीं हो रहा है रिजर्वेशन।

- गेस्ट हाउसेज से लेकर होटल्स तक में बढ़ा दी गई है अलर्टनेस।

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दुर्गापूजा और दशहरा बीतने के बाद भी पुलिस पूरी तरह से एक्टिव है। गेस्ट हाउस से लेकर भीड़ भाड़ वाले इलाकों और कैंट रेलवे स्टेशन पर प्रॉपर सिक्योरिटी के इंतजाम किए गए हैं। पटाखा बेचने वालों पर हमारी सख्त नजर है। पटाखे की हर खेप पर हमारी काग दृष्टि है।

अजय कुमार, एसएसपी