अलकमा-सुरजीत हत्याकांड की फिर से उठी जांच की मांग

पूर्व सांसद अतीक, रामलोचन और पूर्व इंस्पेक्टर पर आरोपियों को बचाने का आरोप

ALLAHABAD: सूबे की सरकार बदली तो अब पुराने मामले नए सिरे से उभरने लगे। राजू पाल हत्याकांड के आरोपियों के खिलाफ एक नई तहरीर दी गई है। इसमें आरोप लगाया गया है कि धूमनगंज के चर्चित अलकमा-सुरजीत हत्याकांड को सपा शासनकाल में दूसरा रूप दे दिया गया। जबकि हत्याकांड को पूर्व सांसद अतीक अहमद के करीबियों ने अंजाम दिया था। मारे गए सुरजीत पटेल की पत्‍‌नी प्रीति ने अदालत में हलफनामा देने के साथ ही साथ मुख्यमंत्री, गृह सचिव, डीजीपी, एसएसपी, महिला आयोग और मानवाधिकार आयोग को प्रार्थना पत्र दिया है। नई तहरीर में पूर्व धूमनगंज इंस्पेक्टर समेत तमाम पुलिस वालों पर कई संगीन आरोप लगाए गए हैं।

ख्भ् सितंबर को हुई थी हत्या

धूमनगंज एरिया में ख्भ् सितंबर ख्0क्भ् को सुरजीत सिंह पटेल और मुस्लिम युवती अलकमा की हत्या की गई थी। दोनों को गोलियों से छलनी किया गया था। सुरजीत की पत्‍‌नी का आरोप है कि राजू पाल हत्याकांड के आरोपी आबिद, फरहान, अकबर, जावेद आदि ने हत्याकांड को अंजाम दिया लेकिन सपा शासन में पूर्व सांसद अतीक अहमद और रामलोचन यादव के दबाव में पुलिस ने पूरा मामला दूसरों पर मढ़ दिया। मृतक की पत्‍‌नी ने पूर्व धूमनगंज इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह देव पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि हत्याकांड में झूंसी के रहने वाले एक शख्स की राइफल इस्तेमाल हुई। महिला ने अपनी जान का खतरा जताते हुए अदालत में हफलनामा दिया है। बता दें कि अलकमा हत्याकांड के बाद जमकर हंगामा हुआ था। मामले में आबिद ने ही रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें कम्मू-जाबिर पर आरोप लगे थे।