RANCHI : दो सौ करोड़ रुपए की ठगी मामले में गिरफ्तार डीजेएन कमोडिटीज के सीएमडी जितेंद्र सिन्हा का फर्जीवाड़ा से पुराना रिश्ता है। तीन साल पहले पटना में कोचिंग सेंटर के नाम पर लाखों रुपए की हेराफेरी की था। इतना ही नहीं, पटना सिटी में ही भाई के नाम पर बैंक से लोन लेकर भी वह फरार हो गया था। आरा में अमरेंद्र मोहन नाम के एक शख्स से भी इसने आठ करोड़ रुपए ठग लिए थे। बिजनेस के नाम पर दिल्ली से लेकर बरेली और पलामू तक उसने खूब जालसाजी की थी। शनिवार को एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने प्रेस कांफ्रेंस कर उसके कारनामों की जानकारी दी।

ये भी आए गिरफ्त में

शनिवार को एसएसपी कुलदीप द्विवेदी, सिटी एसपी कौशल किशोर, सिटी डीएसपी शंभू कुमार सिंह ने 200 करोड़ की ठगी मामले में कंपनी के प्रॉपराइटर विशाल कुमार सिन्हा, डायरेक्टर प्रशांत कुमार सिन्हा, मैनेजर संतोष, विवेक और आनंद मोहन को भी गिरफ्तार कर लिया। लालपुर थाने में ठगी का मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने छापेमारी कर इन सभी को दबोचा है। इनसे पूछताछ की जा रही है। इसमें कई और अहम खुलासे हो सकते हैं।

कहां-कहां किया फर्जीवाड़ा

1 : कोचिंग सेंटर को भी दिया धोखा

तीन साल पहले जितेंद्र पटना स्थित एक कोचिंग सेंटर में पढ़ाने का काम करता था। लेकिन, यहां भी उसका शातिर दिमाग काम कर रहा था। उसने कोचिंग संचालक को ही लाखों रुपए का झांसा लगा दिया और भाग निकला।

2: भाई के नाम पर लोन लेकर फरार

जितेंद्र कितना जालसाज है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पटना सिटी में उसने अपने भाई के नाम पर बैंक से लोन लिया और फिर फरार हो गया।

3: दिल्ली में एक्सपोर्ट-इंपोर्ट का गोरखधंधा

पटना से फरार होने के बाद वह दिल्ली पहुंचा। यहां उसने डीजे ज्वेलरी नाम से दुकान खोली, पर बाद में एक्सपोर्ट-इंपोर्ट के धंधे में कूद गया। यहां बैंक से दो करोड़ रुपए लोन लिए और फिर बरेली आ गया, लेकिन यहां भी वह टिक नहीं सका।

4: पलामू में इन्वेस्टर्स से ठगी

बरेली से वह अपने ननिहाल पलामू आ गया। यहां अपने ममेरे भाई के साथ मिलकर कंपनी बनाई और ऑनलाइन ट्रेडिंग का काम शुरू किया। इन्वेस्टमेंट के नाम पर उसने सैकड़ों लोगों से लाखों रुपए ठग लिए।

5: आरा में ही ठगे थे आठ करोड़

जितेंद्र मोहन ने आरा में अमरेंद्र कुमार नामक व्यक्ति से आठ करोड़ की ठगी की थी। इसके पास जो भी दस्तावेज मिले हैं, उसमें उसके पिता का अलग-अलग नाम दर्ज है।

इन्वेस्टर्स के पैसे से खरीदी करोड़ों की प्रॉपर्टी

डीजेएन कंस्ट्रक्शन के नाम पर उसने इन्वेस्टर्स से जो रुपए उगाहे थे, उससे पलामू, गढ़वा, लातेहार और दिल्ली में करोड़ों रुपए की जमीन और फ्लैट खरीद ली थी। जितेंद्र का एक दिल्ली के रोहिणी इलाके में है। उसके पास 35 से 40 करोड़ रूपए हैं, जिनकी छानबीन हो रही है। जितेंद्र के मुताबिक, दो सालों के दौरान उसने 75 करोड़ रूपए की राशि का ट्रांजेक्शन किया है।

इन नामों से बनाई थी कंपनी

एबाउट डीजेएन ग्रुप ऑफ कंपनीज, विजन, मिशन, डीजेएन ज्वेलर्स प्राइवेट लिमिटेड, डीजेएन कमोडिटीज एंड इक्वेटिज, डीजेएन लाइफ साइंसेज, डीजेएन स्कूल, विद्यामंदिर क्लासेज, डीजेएन मेगा मार्ट, डीजेएन इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड।

आईटी डिपार्टमेंट को सौंपा जाएगा मामला

एसएसपी ने बताया कि इस मामले को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के आर्थिक अपराध अनुसंधान को सौंपा जाएगा। उन्होंने बताया कि इस कंपनी ने बोकारो में ही केवल सात सौ लोगों को शेयर मार्केट के नाम पर ठगी की है। अन्य जिलों में धनबाद, पलामू समेत कई जिलों में शेयर मार्केट के जरिए धन उगाही का काम करते थे।